दीवाने अपने हृदय पर कैसी निशानी ले जाते हैं? *
1 point
सफलता
असफलता
प्रसन्नता
निराशा
Answers
Answer:
दिए गए प्रश्न -" दीवाने अपने हृदय पर कैसी निशानी ले जाते हैं? "का उत्तर है-
असफलता
Explanation:
कवि का हृदय पर असफलता का निशान है सभी को प्रसन्न रखने पर भी कवि का हृदय द्रवित है, अपने जीवनकाल में उसने बहुत प्रयत्न करके भी स्वतंत्रता प्राप्त नहीं की। इसके लिए कवि निराश तो नहीं लेकिन यह टीस उसके मन में अवश्य है कि उसके भरसक प्रयत्नों से भी देश आजाद न हो सका।
इस अध्याय में कवि कहते हैं जब कोई दीवाना किसी जगह पर जाता है तो अपने साथ मस्ती का आलम लेकर पहुँचता है। इसलिए कवि ने अपने आने को ‘उल्लास’ और जाने को ‘आँसू बनकर बह जाना’ कहा है। उसके व्यक्तित्व और व्यवहार से लोगों में खुशी भर जाती है। इसलिए जब कोई दीवाना किसी जगह से विदा होता है तो लोग उदास हो जाते हैं।
दीवाने अपने हृदय पर असफलता की निशानी ले जाते हैं ,उन्हें अपने अंतर्मन से इस बात का दुख है कि भरसक प्रयत्न करने के बावजूद भी उनके जीते-जी यह देश स्वाधीन न हो पाया। यही पर है।
#SPJ3