द्विनामकरण पद्वित क्या है। इसके प्रमुख नियमों को समझाइये।
Answers
Explanation:
द्विनाम पद्धति (Binomial nomenclature) जीवों (जंतु एवं वनस्पति) के नामकरण की पद्धति है। प्रसिद्ध वैज्ञानिक लिनिअस ने इसका प्रतिपादन किया। इसके अनुसार दिए गए नाम के दो अंग होते हैं, जो क्रमशः जीव के वंश (जीनस) और जाति (स्पीशीज) के द्योतक हैं। जैसे 'एलिअम सेपा' (प्याज)।
हर जीव धारियों का नाम लैटिन भाषा के दो शब्दों से बना हुआ है ।
1- पहला शब्द वंस नाम (genetic name)
2- दूसरा शब्द जाति (species name )
वंश तथा जाति नाम के बाद उसे वर्गीकी ( वैज्ञानिक) का नाम लिखा जाता है
जिसने सबसे पहले उस जाति को खोजा या जिसने इस जाति का सबसे पहले नाम दिया है ।
जैसे - मानव का वैज्ञानिक नाम होमो सेपियंस लिन्न है । वैसे होमो उस वंश का नाम है जिसकी एक जाति Sapiens है। तथा लिन , लिनियस शब्द का एक संछिप्त रूप है इसका मतलब यह है कि लिनियस ने सबसे पहले जाति को होमो सेपियंस नाम दिया था।
जैसे
कुछ जीव धारियों के वैधानिक नाम इस प्रकार हैं-
1- मानव - (homo Sapiens)
2- धान - (orzya sativa)
3-गेहूं-(Triticum Aestivum)
4- आम -(mengifera indica)
5- मटर-( pisum sativum)
6- चना-(cicer Arietinum) आदि।