दीवानगढ़ के राजा ने अपने मंत्री रूपल की बुद्धिमत्ता की परीक्षा लेने का निश्चय किया । वह रूपल के साथ एक बगीचे में गया। वहाँ उसने एक आदमी की ओर इशारा करते हुए रूपल से उसका नाम और व्यवसाय बताने को कहा। रूपल ने एक क्षण विचार करके कहा, " महाराज, उस आदमी का नाम रूपल है और वह बढ़ई का काम करता है।" पता करने पर मालूम हुआ कि उस आदमी का नाम और व्यवसाय यही था। जब राजा ने रूपल से पूछा कि उतनी जल्दी सही उत्तर कैसे दे दिया तो वह बोला, " महाराज जब आपने मुझे मेरा नाम लेकर बुलाया तो वह चौंक पड़ा। बगीचे में बहुत से सुंदर फूल है, लेकिन उसका ध्यान उन फूलों पर नहीं बल्कि पेड़ों के तनों की ओर था। हर व्यक्ति का ध्यान अपने व्यवसाय से संबंधित चीजों पर होता है। इस तरह में उसका नाम और व्यवसाय समझ गया।"
क) दीवानगढ़ के राज ने क्या निश्चय किया?
ख) उसका आदमी का नाम क्या था ?
ग) महाराज ने किसका नाम लेकर पुकारा था ?
घ) उस आदमी का व्यवसाय क्या था ?
ङ) गद्यांश से व्यापार का समानार्थी शब्द चुनकर लिखिए।
Answers
Answered by
1
Answer:
क) मंत्री रूपल की बुद्धिमत्ता की परीक्षा लेने का निश्चय किया ।
ख) रूपल
ग) अपने मंत्री रूपल का
घ) बढ़ई
ङ) व्यवसाय
Explanation:
Similar questions