Hindi, asked by golushukla131, 6 months ago

देवि पूजि पद कमल तुम्हारे बंद ऊं गुरु पद कंज मे कौन सा अलंकार है​

Answers

Answered by umeshchandrasigh50
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Explanation:

चौपाई

सेवत तोहि सुलभ फल चारी। बरदायनी पुरारि पिआरी।।

देबि पूजि पद कमल तुम्हारे। सुर नर मुनि सब होहिं सुखारे।।

मोर मनोरथु जानहु नीकें। बसहु सदा उर पुर सबही कें।।

कीन्हेउँ प्रगट न कारन तेहीं। अस कहि चरन गहे बैदेहीं।।

बिनय प्रेम बस भई भवानी। खसी माल मूरति मुसुकानी।।

सादर सियँ प्रसादु सिर धरेऊ। बोली गौरि हरषु हियँ भरेऊ।।

सुनु सिय सत्य असीस हमारी। पूजिहि मन कामना तुम्हारी।।

नारद बचन सदा सुचि साचा। सो बरु मिलिहि जाहिं मनु राचा।।

छंद

मनु जाहिं राचेउ मिलिहि सो बरु सहज सुंदर साँवरो।

करुना निधान सुजान सीलु सनेहु जानत रावरो।।

एहि भाँति गौरि असीस सुनि सिय सहित हियँ हरषीं अली।

तुलसी भवानिहि पूजि पुनि पुनि मुदित मन मंदिर चली।।

दोहा/सोरठा

जानि गौरि अनुकूल सिय हिय हरषु न जाइ कहि।

मंजुल मंगल मूल बाम अंग फरकन लगे।।236।।

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