द्वि-राष्ट्र के सिद्धान्त का प्रतिपादन किसने किया था?
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Answer:
सावरकर थे द्विराष्ट्र सिद्धांत के पैरोकार
थरूर ने जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में कहा कि मुस्लिम लीग ने 1940 में अपने लाहौर अधिवेशन में इसे सामने रखने से पहले ही सावरकर द्विराष्ट्र सिद्धांत की पैरोकारी कर चुके थे।
Explanation:
जयपुर
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने देशविभाजन और पाकिस्तान के निर्माण पर ऐसा बयान दिया है जिस पर काफी विवाद हो सकता है। जयपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि दक्षिणपंथी नेता वीर सावरकर ने ही सबसे पहले द्विराष्ट्र सिद्धांत दिया था। कांग्रेस सांसद ने कहा कि सावरकर के ऐसा करने के तीन साल बाद मुस्लिम लीग ने पाकिस्तान प्रस्ताव पारित किया था। उन्होंने यह भी कहा कि धर्म के आधार पर राष्ट्रीयता तय करने के पक्ष में सावरकर, गोलवलकर और दीनदयाल उपाध्याय थे। थरूर के इस बयान को सावरकर को पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना के साथ तुलना करने के रूप में देखा जा सकता है।
Answer:
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Explanation:
अपनी ऐतिहासिक कसौटी में द्विराष्ट्र सिद्धांत के पहले पैरोकार वाकई वी डी सावरकर ही थे जिन्होंने हिंदू महासभा के प्रमुख के तौर पर भारत से हिंदुओं और मुसलमानों को दो अलग अलग राष्ट्र के रूप मे मान्यता देने का आह्वान किया था।