Hindi, asked by ViniJoshi7235, 1 year ago

द्वारका से खाली हाथ लौटते समय सुदामा मार्ग में क्या-क्या सोचते जा रहे थे? वह कृष्ण के व्यवहार से क्यों खीझ रहे थे? सुदामा के मन की दुविधा को अपने शब्दों में प्रकट कीजिए।

Answers

Answered by nikitasingh79
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द्वारिका से खाली हाथ लौटते समय सुदामा मार्ग में सोचते जा रहे थे कि वह अपने दुख दर्द को मिटाने के लिए श्रीकृष्ण के पास गए थे ,पर वो उनसे कुछ कह नहीं सके। उनके अभाव तो पहले जैसे ही रह गए। उनको ऐसा लग रहा था कि उनकी गरीबी अब भी ज्यों की त्यों थी क्योंकि उन्होंने श्री कृष्ण से सहायता तो मांगी ही नहीं थी।श्रीकृष्ण ने उनकी सेवा तो बहुत की ,प्यार से रखा परंतु उनकी गरीबी को दूर करने के लिए कुछ नहीं किया।
आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।
Answered by Anonymous
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❄नमस्कार❄
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द्वारका से खाली हाथ लौटे समय सुदामा मार्ग में निम्नलिखित बातें सोच रहे थे:-

❄ श्री कृष्ण ने उनका आदर सम्मान तो खूब किया परंतु आते समय कुछ भी ना दिया

❄ सुदामा सोच रहे थे कि श्रीकृष्ण ने यह भी नहीं सोचा कि ब्राह्मण को खाली हाथ विधान नहीं करना चाहिए

❄ वे अपनी पत्नी से व्यंग मैं कहेंगे कि श्री कृष्ण ने जो इतना सारा धन दिया है उसे खूब संभाल कर रख लो

❄ सुदामा श्री कृष्ण के व्यवहार से इसलिए खोज रहे थे कि द्वारका से विदा करते समय श्रीकृष्ण ने उन्हें प्रत्यक्ष रूप से कुछ नहीं दिया था जो परोस रूप मैं दिया था उनका ज्ञान सुदामा को उस समय ना हो सका था

❄ सुदामा के मन की दुविधा थी कि वह पत्नी की जिद को मानकर व्यर्थ हो द्वारका आ गए श्री कृष्ण ने कुछ दिया तो नहीं उल्टे उनके चावल जरूर खा गए यदि वे द्वारका न जाते तो इतने चावलों से 18 समय वे दोनों पति पत्नी भोजन तो कर लेते यहा आकर वह भी गवा दिए

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❄धन्यवाद❄
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