द्वितीय विश्व युद्ध के बाद अंतरराष्ट्रीय अर्थव्यवस्था के सक्षम क्या समस्याएं थी? इन्हें ब्रिटेन वुड्स सम्मेलन द्वारा किस प्रकार सुलझाया गया?
Answers
Answer:
युद्ध के बाद के शुरुआती साल
ब्रेटन वुड्स सिस्टम द्वारा पश्चिम के औद्योगिक देशों और जापान में एक अप्रत्याशित आर्थिक विकास के युग की शुरुआत हुई। 1950 से 1970 के बीच विश्व का व्यापार 8% की दर से बढ़ा और आमदनी लगभग 5% की दर से बढ़ी। ज्यादातर औद्योगिक देशों में बेरोजगारी 5% से भी कम थी।
Explanation:
प्रथम विश्व युद्ध समाप्त होने की केवल दो दशक बाद के दितीय विश्व युद्ध प्रारंभ हो गया इस युद्ध के बाद अंतरराष्ट्रीय अर्थव्यवस्था के समक्ष दो प्रमुख समस्याएं थी _अधिक सामाजिक दवाई और गंभीर आर्थिक हानि ऐसी दशा में पुन निर्माण का कार्य बहुत कठिन हो गया
ब्रिटेन वुड्स सम्मेलन_युद्धोद्दतर अंतरराष्ट्रीय आर्थिक व्यवस्था का मुख्य उद्देश्य उद्योग विश्व में आर्थिक स्थिरता को एवं पूर्ण रोजगार को बनाए रखना था इसके अनुरूप जुलाई 1944 में अमेरिका स्थित न्यू हेंपशायर के ब्रिटेन वुड्स नामक स्थान पर संयुक्त राष्ट्र मौद्रिक एवं वित्तीय सम्मेलन में सहमति बनी थी ।सदस्य देशों की विदेश व्यापार में लाभ और घाटे से निपटने के लिए ब्रिटेन वुड्स में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की स्थापना की गई विद्युत निर्माण के लिए धन की व्यवस्था करने हेतु अंतरराष्ट्रीय पुण्य निर्माण एवं विकास बैंक अर्थात विश्व बैंक का गठन किया गया इसलिए विश्व बैंक और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ब्रिटन वुड्स ट्विन भी कहा जाता है इस युद्धोत्तर आर्थिक व्यवस्था कहा गया।