Hindi, asked by loganrajput, 5 hours ago

देवनागरी लिपि की विशेषताओं का उल्लेख कीजिए?​

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Answered by AnjanaUmmareddy
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Answer:

"Devnagri lipi ki visheshtayen

Devnagri lipi ki visheshtayenदेवनागरी लिपि ध्वन्यात्मक है। ...

Devnagri lipi ki visheshtayenदेवनागरी लिपि ध्वन्यात्मक है। ...देवनागरी में प्रत्येक लिपि चिह्न का एक निश्चित ध्वन्यात्मक मूल्य है। ...

Devnagri lipi ki visheshtayenदेवनागरी लिपि ध्वन्यात्मक है। ...देवनागरी में प्रत्येक लिपि चिह्न का एक निश्चित ध्वन्यात्मक मूल्य है। ...दुनियाभर के भाषाविद भी मानते हैं कि देवनागरी एक वैज्ञानिक लिपि है। ...

Devnagri lipi ki visheshtayenदेवनागरी लिपि ध्वन्यात्मक है। ...देवनागरी में प्रत्येक लिपि चिह्न का एक निश्चित ध्वन्यात्मक मूल्य है। ...दुनियाभर के भाषाविद भी मानते हैं कि देवनागरी एक वैज्ञानिक लिपि है। ...प्रत्येक वर्ण को उसकी विशेषता और प्रकार्य के आधार पर स्थान प्रदान किया गया है। ..."

Answered by rsharma03037600
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Answer:

देवनागरी लिपि की कुछ महत्वपूर्ण विशेषताएं निम्नलिखित है जो इसे वैज्ञानिक लिपि सिद्ध करती हैं :-

1. वर्णमाला की पूर्णता :- देवनागरी लिपि का विकास ब्राह्मी लिपि से हुआ | ब्राह्मी लिपि में जहां 64 लिपि चिह्न थे वहीं देवनागरी में केवल 52 लिपि चिह्न हैं | लेकिन फिर भी लिपि चिन्हों की यह संख्या संसार की अन्य भाषाओं से अधिक है | अंग्रेजी की लिपि में 26 चिह्न हैं, जर्मन भाषा की लिपि में 29 चिह्न हैं | यही कारण है कि देवनागरी लिपि में हर ध्वनि को लिखा जा सकता है |

2. क्रमबद्धता :- देवनागरी लिपि में स्वर और व्यंजनों को क्रमबद्ध रूप से लिखा गया है | पहले स्वर आते हैं, उसके पश्चात व्यंजन आते हैं | अंत में संयुक्त व्यंजन क्ष, त्र, ज्ञ, श्र आते हैं |

3. लिपि चिह्नों का आदर्श वर्गीकरण :- देवनागरी में वर्णों का वर्गीकरण पूर्ण तहा वैज्ञानिक ढंग से किया गया है पहले स्वर आते हैं उसके पश्चात व्यंजन तथा अंत में संयुक्त व्यंजन | उच्चारण स्थान के आधार पर भी वर्णों का आदर्श वर्गीकरण किया गया है |

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