देवप्रयाग में अलकनंदा के पानी का रंग कैसा था
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माना जाता है कि गंगोत्री से ही गंगा निकलती है। अलकनंदा नदी चार धामों में से एक बद्रीनाथ नाथ के पास से निकलती है। ... अलकनंदा का पानी गहरा काला लगता है वहीं भागीरथी हल्का हरा रंग लिए नजर आती है। देवप्रयाग को पवित्र तीर्थ माना जाता है।
Answer:
देवप्रयाग में अलकनंदा नदी का रंग भूरा होता है।
Explanation:
देवप्रयाग उत्तराखंड में स्थित टेहरी गढ़वाल जिले की एक शहर एवं नगर पंचायत है। देवप्रयाग पांच-प्रयाग के आखिरी दौर पर आता है। पहला प्रयाग है विष्णुप्रयाग जो की अलकनंदा और धौलीगंगा का संगम स्थल है, दूसरा है नंदप्रयाग, जो की अलकनंदा और नंदाकिनी नदी का संगम स्थल है, तीसरा है कर्णप्रयाग जहाँ पिंडर नदी का अलकनंदा नदी के साथ संगम होता है, चौथा है रुद्रप्रयाग जहाँ मन्दाकिनी नदी और अलकनंदा नदी का संगम होता है, और पांचवा है देवप्रयाग जो की भागीरथी एवं अलकनंदा नदियों का संगम स्थल ह।
देवप्रयाग में सतोपंथ से जन्मी अलकनंदा और गौमुख से जन्मी भागीरथी नदियों का संगम हो कर गंगा नदी का आरम्भ होता है। भागीरथी नदी नीले रंग का है, और अलकनंदा भूरे रंग का है।