'दिये जल उठे' पाठ के शीर्षक की सार्थकता सिद्ध कीजिए?
Answers
दिये जल उठे इस पाठ मे लेखक ने भार तीय स्वातंत्र्य पूर्व काल के सत्याग्रह का वर्णन किया हें। गांधीजींजी द्वारा नमक के लिये दांडी यात्रा का ऐलानं की या था गांधीजी ने यः कठीण यात्रा पैदल पुरी कर रहे थे । ब्रिटिश सरकारकी और से नदी तट के नमक भांडार नस्ट किये गये । इसलीये उन्हे मही नदी पार करनी थी। कम किचड और दलदल मे चलना पढे इसलीये उन्हे रात मे समुदर का पानी चढणे पर पार कर ना था । तट पर अंधेरा था इसलीये नदी के किनारो पर लोगोने सुजबूज दिखाकर दिये जलाये ।दुसरी और के किनारे पे भी लोगोने दिये हात मे लिये इस से अंधेरा मीट गया। कठिन परिस्तिथी मे सुजबूज से काम किया और सामना किया।
Explanation:
दिये जल उठे इस पाठ मे लेखक ने भार तीय स्वातंत्र्य पूर्व काल के सत्याग्रह का वर्णन किया हें। गांधीजींजी द्वारा नमक के लिये दांडी यात्रा का ऐलानं की या था गांधीजी ने यः कठीण यात्रा पैदल पुरी कर रहे थे । ब्रिटिश सरकारकी और से नदी तट के नमक भांडार नस्ट किये गये । इसलीये उन्हे मही नदी पार करनी थी।