दनुनमा शामद अबी तक के सफसे फड़े सॊकट से जूझ यही है। भौजूदा दौय की भहाभायी ने हय ककसी के जीवन भे हरचर
भचा दी है। इस भहाभायी ने जीवन की सहामता को ऩूयी तयह से फाधधत कय ददमा है। बायत जैसे ववशार आफादी वारे देश भें
इसकी योकथाभ एक चुनौती है। ऩूर्ण फॊदी रागूहोने ऩय बी इस फीभायी से रड़ने के लरए हभाये शयीय की प्रनतयोधक ऺभता की ही
भुख्म बूलभका है। रेककन असरी धचतॊ ा फच्चों औय फुजुगों की होती है। इस भाभरे भें ज़्मादातय नागरयकों ने जागरूकता औय
सहजफोधता की वजह से जरूयी सावधानी फयती है। रेककन इसके सभानान्तय दसू यी कई सभस्माएॉ खड़ी हुई हैं। जैसे आधथकण
गनतववधधमाॉ जजस फुयी तयह प्रबाववत हुई हैं, उसने फहुत साये रोगों के साभने सॊकट औय उथर ऩुथर की जस्थनत ऩैदा कय दी हैं।
आभ आदभी मा नौकयी ऩेशा वारे रोगों की नौकयी गमी, तो कुछ रोगों के वेतन भें जफयन कटौती की गमी। फदहारी भें ककयाए
के भकान को छोड़ सड़क ऩय आना ऩड़ा है। इस भहाभायी का कुप्रबाव ऩूर्तण मा लशऺा जगत को फाधधत कय यखा है। मूॊ तो इसभें
(लशऺा-ऺेत्र) वैकजपऩक इॊतजे ाभों की वजह से स्कूर से स्कूर बरे फॊद हों, रेककन लशऺा को जायी यखने की कोलशश की गमी है।
ववद्मारमों की फॊदी ऩय लशऺकों ने वेतन की अऩेऺा लशऺर्-कभण को प्राथलभकता दी। फच्चों के बववष्म की धचॊता उन्हें सताती यही
है। वैसे एक अच्छी ख़ासी तादात उन फच्चों की है, जो रैऩटाऩ मा स्भाटणपोन के साथ जीते हैं, रेककन दसू यी ओय फहुत साये
लशऺक ऐसे बी हैं, जजन्हें कम्प्मुटय चराना नहीॊ आता। उन सफके साभने चुनौती है ऑनराइन कऺाएॊ रेने की। सफने हय नहीॊ
भानी औय तकनीक को खुरे ददर से सीखा है। इस तयह कपरहार जी सीभा है, उसभें ऩढ़ाई-लरखाई को जायी यखने की ऩूयी
कोलशश की जा यही है।
प्रश्नों के लरए ववकल्ऩ कय िमन कयें।
i) उऩयोक्त गदमयॊश ककस ववषम वस्तुऩय आधयरयत है?
अ) फेयोजगायी फ) लशऺा की सभस्मा स) आधथणक सॊकट द) भहाभायी का कुप्रबाव
ii) ऩूर्व फॊदी रयगूक्मों की गई?
अ) सॊक्राभर् को योकने के लरए फ) रोगों की आवाजाही योकने के लरए
स) ननमभ रागूकयने के लरए स) रोगों द्वाया ननमभ नहीॊ भानने के कायर्
iii) हभेंफच्िों औय फुजुगों की चितॊ य क्मों है?
अ) कभजोय औय अऺभ होने के कायर् फ) प्रनतयोधक ऺभता के अबाव के कायर्
स) अधधक फीभायी यहने के कायर् द) फीभायी का अत्मधधक प्रबाव ऩड़ने के कायर्
iv) स्कूरी लशऺय को जययी यखने की कोलशश क्मों की जय यही है?
अ) प्राइवेट स्कूरों के दफाव के कायर् फ) लशऺा जायी यखने के लरए
स) फच्चों की धचॊता के कायर् द) लशऺक के वेतन के लरए
v) ऑनरयइन लशऺय एक िुनौती कैसे है?
अ) लशऺक की अकुशरता के कायर्फ) तकनीकी रूऩ से मोग्म नहीॊ होना
स) साधन नहीॊ होने के कायर् द) अलबवावकों की अरुधच के कायर्
vi) लशऺकों ने तकनीक को खुरे ठदर से क्मों सीखय?
अ) अऩनी सैरयी के कायर् फ) ऑनराइन ऩढ़ने की भजफूयी के कायर्
स) फच्चों की धचॊता के कायर् द) अलबवावकों के बम से
vii) भहयभययी के सभम भें बी लशऺकों ने लशऺक होने कय फोध कययमय है। कै से?
अ) फच्चों की लशऺा की धचॊता द्वाया फ) अऩनी नौकयी की धचॊता द्वाया
स) अऩनी सैरयी की धचॊता द्वाया द) तकनीक सीखने की दहम्पभत द्वाया
viii) जीवन की सहजतय के फयचधत होने से आऩ क्मय सभझते हैं?
अ) जीवन भें आयाभ न होना फ) जीवन भें सॊकट उत्ऩन्न हो जाना
स) जीवन भें सॊघषण फढ़ जाना द) जीवन भे कदिनाई उत्ऩन्न हो जाना
Answers
Answer:
ठहन्दी की सववश्रेष्ि सयइट कौन सी है?
अ) डी०ऩी०फी० फ) आजतक स) फी०फी०सी० द) ए०फी०सी०
ii) आधुननक भयध्मभों भेंसफसे ऩुययनय भयध्मभ है-
अ) अखफाय फ) येडडमो स) टेरीववज़न द) लसनेभा
iii) सभयियय रेखन के ककतने अॊग हैं?
अ) चाय फ) ऩाॉच स) छ् द) दो
iv) सभयियय रेखन के ककतने ककयय होते हैं?
अ) छ् फ) सात स) आि द) नौ
v) लसनेभय कय आववष्कयय ककसने ककमय?
अ) अब्राहभ लर ॊकन फ) न्मूटन स) थॉभस अपवा एडडशन द) अन्म कोईसुनीता घास लेकर घर जा रहा था।
साथ माँ श्री थी। रास्ते में रेल की पटरी थी। वहाँ र
रेलगाड़ी के निकलने का समय हो गया था। सुनी
और उसकी माँ पटरी के पास रूक गयी
प्रश्न :-)सुनीता क्या कर रही थी?
सुनीता के साथ कौन थी?
3) रेल की पटरी कहाँ थी?
५) किसके निकलने का समय होऽायाध
5) यह गद्यांश किस पाठ से लिया गया है।
निर्देशित विषय के बारे में पत्र लिखिए :
(1) आपने की हुई अपनी यात्रा/प्रवास का वर्णन करते हुए अपने मित्र को पत्र लिखिए।
A
f
सुनीता घाप्त लेकर घर जा रही थी ।उत्पा,
साथ माँ श्रीधी। रास्ते में रेल की पटरी थी। वहाँ से
रेलगाड़ी के निकनन का समय हो गया था। सुनीता
और उसकी माँ पटरी के पास रूक गयी।
प्रश्न :-)सुनीता क्या कर रही थी?
सुनीता के साथ कौन थी?
3) रेल की पटरी कहाँ थी
५) किसके निकलने का समय होऽयाचा?
5) यह नयाशकिस पार लिया गया है?ठहन्दी की सववश्रेष्ि सयइट कौन सी है?
अ) डी०ऩी०फी० फ) आजतक स) फी०फी०सी० द) ए०फी०सी०
ii) आधुननक भयध्मभों भेंसफसे ऩुययनय भयध्मभ है-
अ) अखफाय फ) येडडमो स) टेरीववज़न द) लसनेभा
iii) सभयियय रेखन के ककतने अॊग हैं?
अ) चाय फ) ऩाॉच स) छ् द) दो
iv) सभयियय रेखन के ककतने ककयय होते हैं?
अ) छ् फ) सात स) आि द) नौ
v) लसनेभय कय आववष्कयय ककसने ककमय?
अ) अब्राहभ लर ॊकन फ) न्मूटन स) थॉभस अपवा एडडशन द) अन्म कोईसुनीता घास लेकर घर जा रहा था।
साथ माँ श्री थी। रास्ते में रेल की पटरी थी। वहाँ र
रेलगाड़ी के निकलने का समय हो गया था। सुनी
और उसकी माँ पटरी के पास रूक गयी
प्रश्न :-)सुनीता क्या कर रही थी?
सुनीता के साथ कौन थी?
3) रेल की पटरी कहाँ थी?
५) किसके निकलने का समय होऽायाध
5) यह गद्यांश किस पाठ से लिया गया है।
निर्देशित विषय के बारे में पत्र लिखिए :
(1) आपने की हुई अपनी यात्रा/प्रवास का वर्णन करते हुए अपने मित्र को पत्र लिखिए।
A
f
सुनीता घाप्त लेकर घर जा रही थी ।उत्पा,
साथ माँ श्रीधी। रास्ते में रेल की पटरी थी। वहाँ से
रेलगाड़ी के निकनन का समय हो गया था। सुनीता
और उसकी माँ पटरी के पास रूक गयी।
प्रश्न :-)सुनीता क्या कर रही थी?
सुनीता के साथ कौन थी?
3) रेल की पटरी कहाँ थी
५) किसके निकलने का समय होऽयाचा?
5) यह नयाशकिस पार लिया गया है?ठहन्दी की सववश्रेष्ि सयइट कौन सी है?
अ) डी०ऩी०फी० फ) आजतक स) फी०फी०सी० द) ए०फी०सी०
ii) आधुननक भयध्मभों भेंसफसे ऩुययनय भयध्मभ है-
अ) अखफाय फ) येडडमो स) टेरीववज़न द) लसनेभा
iii) सभयियय रेखन के ककतने अॊग हैं?
अ) चाय फ) ऩाॉच स) छ् द) दो
iv) सभयियय रेखन के ककतने ककयय होते हैं?
अ) छ् फ) सात स) आि द) नौ
v) लसनेभय कय आववष्कयय ककसने ककमय?
अ) अब्राहभ लर ॊकन फ) न्मूटन स) थॉभस अपवा एडडशन द) अन्म कोईसुनीता घास लेकर घर जा रहा था।
साथ माँ श्री थी। रास्ते में रेल की पटरी थी। वहाँ र
रेलगाड़ी के निकलने का समय हो गया था। सुनी
और उसकी माँ पटरी के पास रूक गयी
प्रश्न :-)सुनीता क्या कर रही थी?
सुनीता के साथ कौन थी?
3) रेल की पटरी कहाँ थी?
५) किसके निकलने का समय होऽायाध
5) यह गद्यांश किस पाठ से लिया गया है।