ठदए गए गद्यंश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीक्िए I (4x1=4)
Read the passage and answer the following questions.
मािविास ने अपनी संगमरमर की नई कोठी बनवाई है | उसके सामने बहुत सुहावना बगीचा भी
लगवाया है | उनको कला से बहुत प्रेम है | िन की कम नहीं हैऔर कोई व्यसन छू नहीं गया
है | सुंिर असभरुधच के आिमी हैं| समय भी उनके पास काफ़ी है I शाम को जब दिन की गरमी
ढल जाती है और आसमान कई रंग का हो जाता है तब कोठी के बाहर चबूतरे पर तख्त
डलवाकर मसनि के सहारे वह गलीचे पर बैठते हैंऔर प्रकृनत की छटा ननहारते हैंI इनमें उसके
मन को तजृतत समलती है I समत्र हुए तो उन से षवनोि-चचाा करते हैं, नहीं तो पास रखे हुए फशी
हुक्के की सटक को मुँह में दिए खयाल ही खयाल में संध्या को स्वप्र की भाँनत गुज़ार िेते हैंI
(i) मयिवदयस ठदन में गरमी ढलने के बयद बयहर कहयाँ बैििय थय ?
(ii) मयिवदयस के गुणों के बयरे में ललखखए |
(iii) मयिवदयस कय बगीचय कहयाँ थय ?
(iv) गद्यंश कय पयि और उसके लेखक कय नयम ललखखए |
Answers
Answered by
0
Answer:
bau weekend hii jabsyajxbsuiw
Similar questions