धुल गए विषाद
मन पावना
safic
मृत्यु को जीना
(ON
आ) निम्नलिखित पठित पद्यांश पढ़कर दी गई सूचनाओं के अनुसार कृतियाँ कीजि
प्रिल
खारे जल से
सितारे छिपे
बादलों की ओट में
सूना आकाशा(6
जीवन विष पीना
तुमने दिए ।
है जिजीविषा।
मन की पीड़ा
छाई बन बादल
बरसी आँखें।
चलतीं साथ
पटरियाँ रेल की प्यासी ही रही।
फिर भी मौन।
जिन गीतों को स्वर od
हुए अमर/
सागर में भी
रहकर मछली
26
20
200
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Answer:
jjdkaksjansnannsnsbdvbansmammznxbs babb
Explanation:
nandnznxnnandnsmzmmsmfnnakams
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