धूमिल किस विचारधारा की कविता लिखते हें और उनकी किस वर्ग से सहानुभूति हे
Answers
Answered by
0
‘धूमिल’ का पूरा नाम ‘सुदामा पांडे’ था। वे आक्रोशित अभिव्यक्ति से भरी कविताएं लिखते थे।
ऐसी कविता जिसमें जिनमें व्यवस्था के प्रति आक्रोश झलकता था। वे समाज को आईना दिखाने वाली कविताएं लिखते थे। उनकी सहानुभूति शोषित वर्ग से थी, जिनका शोषण समाज के प्रभावशाली दबंग और दोहरे चरित्र वाले लोगों ने किया है। उनकी सहानुभूति ऐसी जनता से थी, जिसे व्यवस्था ने ठगा है। धूमिल की अधिकतर कविताओं में भारत की आजादी के बाद उपजे सपनों से मोहभंग होने की पीड़ा झलकती है। वे अपने आक्रोश के माध्यम से अपनी कविताओं में इसकी सशक्त अभिव्यक्ति व्यक्त करते थे।
Similar questions