धन आनन्द्र रसरो को कृपानिधी कौन होत )
भरत पपीहान दरसों पर बरसों नही ।।
परवाने हर कोन मो से अनपध्वानकों।
त्यों कार मधि मौन कपा-कान माधनों
सन्दर्म प्रसंग अर्थसहित Answer बताइये
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हमें अपने मन की मुराद पूरी करनी चाहिए दिल लगा के और कबीर जी यह कहते हैं कि हमें दूसरों की अच्छाई करनी चाहिए ना कि बुराई और ज्ञान रूपी है सवारी करनी
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