धर्म के मामले में टांग अड़ाने का परिणाम क्या हो सकता है? ( class 9
dharm ki aad lesson )
Answers
¿ धर्म के मामले में टांग अड़ाने का परिणाम क्या हो सकता है ?
✎... धर्म के मामले में टांग अड़ाने वाले को देश की स्वाधीनता के विरुद्ध समझा जाएगा। ‘धर्म की आड़’ पाठ में लेखक ने कहा है कि दो भिन्न धर्मों के मानने वालों के टकरा जाने के लिए कोई भी स्थान नहीं होना चाहिए। यदि किसी धर्म के मानने वाले कहीं जबरदस्ती टांग अड़ाते हों तो उनका इस प्रकार का कार्य देश की स्वाधीनता के विरुद्ध समझा जाए।
लेखक के अनुसार देश की स्वाधीनता के लिए जो भी प्रयास किए जा रहे थे, उनमें वह दिन बेहद बुरा था, जिस दिन स्वाधीनता के संघर्ष में धर्माचार्य यानि पंडित और मौलवियों को स्थान दिया जाना आवश्यक समझा जाने लगा और इस तरह के प्रयास ने देश की स्वाधीनता के संघर्ष को एक कदम पीछे हटा दिया था।
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¿ लेखक के अनुसार ईश्वर में आस्था रखने वाले लोगों का आचरण अच्छा क्यों होता है। ‘धर्म की आड़’ पाठ के आधार पर स्पष्ट कीजिए।
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