धर्म में धन को पैरों तले कुचल डाला
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धर्म ने धन को कुचल डाला । यह कथन 'नमक का दरोगा ' कहानी के संदर्भ में है। वंशीधर दरोगा एक ईमानदार दरोगा था जिसके मार्ग में बहुत कठिनाइयां आयी परन्तु वह अपनी ईमानदारी पर डटा रहा। ... इस प्रकार धर्म के आगे धन की हार हुई, ऐसा कहा गया है।
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धर्म ने धन को कुचल डाला । यह कथन 'नमक का दरोगा ' कहानी के संदर्भ में है। वंशीधर दरोगा एक ईमानदार दरोगा था जिसके मार्ग में बहुत कठिनाइयां आयी परन्तु वह अपनी ईमानदारी पर डटा रहा। ... इस प्रकार धर्म के आगे धन की हार हुई, ऐसा कहा गया है।
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