Science, asked by madhupandey538, 11 months ago

धर्मनिरपेक्षता से क्या तात्पर्य है?

Answers

Answered by ItsVirat
24

किसी धर्म का ना मानना धर्म निर्पेच होता है इसमे किसी भी धर्म को नही माना जाता

Answered by inchudevi459
4

धर्म या धार्मिक विचारों के प्रति उदासीनता या अस्वीकृति या बहिष्कार को धर्मनिरपेक्ष  कहते हैं ।

Explanation:

यह शब्द प्राचीनतावाद, नास्तिकता, सामाजिक गतिविधियों या नागरिक मामलों से धर्म को बाहर करने की इच्छा, सार्वजनिक क्षेत्र से धार्मिक प्रतीकों को हटाने, धर्म के प्रति राज्य की तटस्थता, राज्य से धर्म के अलगाव या विस्थापन को जन्म दे सकता है।

राजनीतिक दृष्टि से, धर्मनिरपेक्षता सरकारी व्यवस्था और व्यक्तियों को धार्मिक व्यवस्था और धार्मिक गणमान्य लोगों से राज्य का प्रतिनिधित्व करने के लिए अलग करने का सिद्धांत है

धर्मनिरपेक्षता का मतलब है कि सरकारों को धर्म के मामले में तटस्थ रहना चाहिए और धर्म की मुक्त कवायद को लागू नहीं करना चाहिए और न ही रोकना चाहिए, जिससे धार्मिक पसंद लोगों की स्वतंत्रता के लिए छोड़ दी जाए।

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