Hindi, asked by ridhimag4408, 3 months ago

धरती की- सी रीत है, सीत घाम औ मेह। जैसे परे सो सही रहे, त्यों रहीम येह देह। (Pls explain)​

Answers

Answered by surajkumar5514
1

Answer:

जैसी परे सो सहि रहै, त्‍यों रहीम यह देह॥ अर्थ- इस दोहे में रहीम दास जी ने धरती के साथ-साथ मनुष्य के शरीर की सहन शक्ति का वर्णन किया है। वह कहते हैं कि इस शरीर की सहने की शक्ति धरती समान है। ... उसी प्रकार मनुष्य का शरीर भी जीवन में आने वाले सुख-दुःख को सहने की शक्ति रखता है।

Explanation:

MARK AS BRAINLIST

Answered by vaibhavbhatt718
1

Answer:

इस दोहे में रहीम दास जी ने धरती के साथ-साथ मनुष्य के शरीर की सहन शक्ति का वर्णन किया है। वह कहते हैं कि इस शरीर की सहने की शक्ति धरती समान है। ... उसी प्रकार मनुष्य का शरीर भी जीवन में आने वाले सुख-दुःख को सहने की शक्ति रखता है।

Please mark as brainliest

Similar questions