Hindi, asked by humanak77, 1 month ago

धरती को तो हम से हमें कौन-कौन सी चीजें प्राप्त होती है​

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Answered by ashayjain
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इस ग्रह को पेड़ जो सेवाएं देते हैं, उनकी फ़ेहरिस्त बहुत लंबी है. वो इंसानों और दूसरे जानवरों के छोड़े हुए कार्बन को सोखते हैं. ज़मीन पर मिट्टी की परत को बनाए रखने का काम करते हैं. पानी के चक्र के नियमितीकरण में भी इनका अहम योगदान है. इसके साथ पेड़ प्राकृतिक और इंसान के खान-पान के सिस्टम को चलाते हैं और न जाने कितनी प्रजातियों को भोजन प्रदान करते हैं. इसके अलावा ये दुनिया के अनगिनत जीवों को आसरा देते हैं. बिल्डिंग मैटीरियल यानी लकड़ी की शक़्ल में ये इंसानों को भी घर बनाने में मदद करते हैं.

पेड़ हमारे लिए इतने काम के हैं, फिर भी हम इन्हें इतनी बेरहमी से काटते रहते हैं, जैसे कि इनकी इस धरती के लिए कोई उपयोगिता ही नहीं. इंसान ये सोचता है कि इनके बग़ैर हमारा काम चल सकता है. हम ये सोचते हैं कि आर्थिक लाभ के लिए पेड़ों की क़ुर्बानी दे सकते हैं. अगर पेड़ इंसान की सोची हुई विकास की प्रक्रिया में बाधा बनें तो इन्हें काटकर हटाया जा सकता है.

इनमें से ज़्यादातर पेड़ों की कटाई हाल की कुछ सदियों में हुई है. ख़ास तौर से औद्योगीकरण की शुरुआत के बाद, दुनिया के जंगलों की तादाद 32 प्रतिशत घट गई है. ख़ास तौर से ऊष्ण कटिबंधीय इलाक़ों में जंगलों को बेतरह काटा गया है.

आज जो बचे हुए क़रीब 6 ख़रब पेड़ हैं, उनकी संख्या भी बड़ी तेज़ी से घट रही है. हर साल क़रीब 12 अरब पेड़ काटे जा रहे हैं. अगस्त में अमरीका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ स्पेस रिसर्च के आंकड़ों से पता चला था कि ब्राज़ील के अमेज़न नदी के इर्द-गिर्द के जंगलों में आग लगने की घटनाओं में 84 फ़ीसद का इज़ाफ़ा हुआ है.

और ये तो केवल 2018 के मुक़ाबले बढ़ा हुआ आंकड़ा है. पेड़ों को काट कर जलाने की घटनाएं पूर्वी एशिया के इंडोनेशिया से अफ्रीका के मैडागास्कर तक बढ़ रही हैं.

अगर हम धरती पर मौजूद सभी पेड़ काट डालते हैं, तो इससे क़यामत आने के सिवा किसी और मंज़र का तसव्वुर नहीं किया जा सकता है. लेकिन, अगर आज हम धरती के सभी पेड़ लुप्त हो जाने की कल्पना करें, तो शायद हमें ये एहसास हो कि बिना पेड़ों के ये धरती कैसी होगी.

ब्रिटेन के वेल्श स्थित बैंगोर यूनिवर्सिटी में पर्यावरण की प्रोफ़ेसर इज़ाबेल रोज़ा कहती हैं, "अगर हम सभी पेड़ों को काट डालते हैं, तो हम ऐसी धरती पर रह रहे होंगे, जो ज़िंदगी को सहारा नहीं दे सकेगी. दुनिया इतनी भयानक होगी कि वहां किसी जीव के पनपने का तो दूर, मौजूदा जीवों के जीने की कल्पना भी नहीं की जा सकती."

Answered by nehaliganvit3
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Explanation:

हमारे जीवन के लिए सभी आवश्यक पदार्थ धरती ही हमें उपलब्ध कराती है। फिर चाहे पानी हो या भोजन। धरती को प्रणाम करने और उसके प्रति आभार जताकर हम अपना सौभाग्य बढ़ा सकते हैं क्योंकि धरती को भी देवी मां का स्थान प्राप्त है… धरती को प्रणाम करने से अपनी मातृभूमि और धरती के प्रति हमारा लगाव बढ़ता है।

हिंदू धर्म या सनातन धर्म में सुबह उठने के बाद धरती पर पर रखने से पहले उसे प्रणाम करने की सलाह इसलिए दी जाती है क्योंकि धरती हमारी पालनकर्ता है। हमारे जीवन के लिए सभी आवश्यक पदार्थ धरती ही हमें उपलब्ध कराती है। फिर चाहे पानी हो या भोजन। धरती को प्रणाम करने और उसके प्रति आभार जताकर हम अपना सौभाग्य बढ़ा सकते हैं क्योंकि धरती को भी देवी मां का स्थान प्राप्त है…

सामाजिक महत्व

धरती को प्रणाम करने से अपनी मातृभूमि और धरती के प्रति हमारा लगाव बढ़ता है। हमारे अंदर अपने देश, अपनी भूमि के प्रति जिम्मेदारी का भाव पैदा होता है। कह सकते हैं कि बुजुर्ग हमारे अंदर जिम्मेदारी का भाव जगाने के लिए भी यह संस्कार हमें देते हैं।

तेरी मिट्टी में मिल जावा....

गुड बन के में खिल जावा ।

इतनी सी है दिल की आरजू।

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