This is anopcharik patra
Answers
Explanation:
अपने मित्रों, माता-पिता, अन्य सम्बन्धियों आदि को लिखे गये पत्र अनौपचारिक-पत्रों के अंतर्गत आते है। अनौपचारिक पत्रों में आत्मीयता का भाव रहता है तथा व्यक्तिगत बातों का उल्लेख भी किया जाता है। इस तरह के पत्र लेखन में व्यक्तिगत सुख-दुख का ब्योरा एवं विवरण के साथ व्यक्तिगत संबंध को उल्लेख किया जाता है।
28, गंगाराम वाटिका,
तिलक नगर, नई दिल्ली ।
दिनांक : 20.12.2015
प्रिय निशा,
सप्रेम नमस्ते ।
तुम्हारा पत्र मिला । यह जानकर हार्दिक प्रसन्नता हुई कि तुम्हारी परीक्षाएँ ठीक हो गई हैं । अब तो तुम्हारी शीतकाल की छुट्टियाँ प्रारंभ हो गई होंगी । मेरा विद्यालय भी 20 तारीख से बंद हो रहा है । मैं तुम्हें छुट्टियों में दिल्ली आने हेतु आमंत्रित करती हूँ । नि:संदेह यहाँ आकर तुम्हारा समय बहुत अच्छा बीतेगा और मुझे भी तुमसे मिलकर हार्दिक खुशी होगी ।
दिल्ली भारत की राजधानी के साथ ही देश के प्रमुख पर्यटक स्थलों में से एक है । इस प्राचीन नगरी का ऐतिहासिक, धार्मिक व राजनीतिक सभी दृष्टि से विशेष महत्व है । लाल किला, राष्ट्रपति भवन, इंडिया गेट, कुतुबमीनार, संसद भवन आदि ऐतिहासिक भवनों के अतिरिक्त राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी व अन्य महान नेताओं की समाधियाँ भी यहाँ पर हैं ।
जामा मस्जिद, बिरला मंदिर व छतरपुर के मंदिर धर्म व कला की दृष्टि से विशेष महत्व रखते हैं । इसके अतिरिक्त यहाँ पर अनेक प्रमुख बाजार व बाग-बगीचे हैं । मुझे पूर्ण आशा है कि मेरा पत्र पाते ही तुम अपनी तैयारी प्रारंभ कर दोगी । यात्रा का दिन एवं तिथि तय होने पर दूरभाष द्वारा सूचित करना ताकि मैं स्टेशन पर तुम्हें लेने आ सकूँ ।
तुम्हारी प्रिय सखी
____________
# answer with quality # bal