those who will answer first will be marked as brainliest
Answers
Explanation:
किसी भी देश का नेता होना बड़े गौरव की बात होती है । नेताजी को सर्वत्र सम्मान प्राप्त होता है क्योंकि देश रूपी नैया को किनारे पर लगाने में व पकी महत्त्वपूर्ण भूमिका होती है ।
साधारण व्यक्ति कितनी ही बुद्धिमानी की बात क्यों न करे, उसकी कोई नहीं सुनता परंतु नेताजी की साधारण बातों को भी लोग बड़े गौर से सुनते हैं । उनकी हर तरफ जय-जयकार होती है । नेताजी जिस रास्ते से गुजरते हैं, वह रास्ता खाली करा लिया जाता है । वे समय पर अपना कार्य पूरा कर सकें, इसके लिए बहुत से लोगों को अपना कीमती समय नष्ट करता पड़ता है ।
यदि मैं देश का नेता होता तो मुझे भी ट्रेफिक जाम जैसी समस्याओं का सामना न करना पड़ता । मेरे आस-पास हर समय लोगों की भीड़ लगी होती । परंतु मुझे चाटुकार लोग पसंद नहीं मैं केवल सुलझे हुए दिमाग के व्यक्तियों को ही अपना सहयोगी बनाता ।
मैं अपने दल से ऐसे लोगों को निकाल बाहर करता जो अपराधी चरित्र के हैं अथवा जो केवल अपने स्वार्थ की पूर्ति के लिए ही राजनीति में आए हैं । मैं महात्मा गाँधी की तरह अपने साथ केवल सेवावृत्ति वाले लोगों को ही रखता । मैं जवाहर जैसा ‘लाल’ ढूँढता, राजेंद्र जैसा ‘देशरत्न’ खोजता और पटेल जैसे ‘लौह पुरुष’ की तलाश करता ।
यदि मैं देश का नेता होता तो लोगों से खोखले वादे नहीं करता उन्हें देश की वास्तविक स्थिति से अवगत कराता । उन्हें श्रम का सम्मान करने की शिक्षा देदा और यह बताता कि यदि देश को आगे बढ़ाना है तो प्रत्येक व्यक्ति को इस कार्य में योगदान देना होगा ।
देश का पुनरूत्थान एक ऐसा यज्ञ है जिसमें सभी नागरिकों को थोड़ी-थोड़ी आहुति देनी होती है । यदि मैं नेता होता तो भ्रष्टाचार अशिक्षा बेकारी जनसंख्या वृद्धि: आदि समस्याओं पर गंभीरतापूर्वक ध्यान देता । मैं बच्चों से मजदूरी कराने के गलत रिवाज को समाप्त कर सभी बच्चों को विद्यालय की चौखट तक पहुँचाता ।
मैं देश में खेलों के विकास के लिए खेल विद्यालय तथा खेल विश्वविद्यालय की स्थापना करता ताकि अंतर्राष्ट्रीय स्तर की प्रतिस्पर्द्धाओं में भारत, जर्मनी, चीन, अमेरिका, ब्रिटेन आदि देशों की श्रेणी में पहुँचे । यदि मैं नेता होता तो चुनावों में अपने दल की ओर से केवल ऐसे लोगों को टिकट देता जो जनता की सेवा करने में सक्षम हैं । मैं सरकारी खर्चे पर चुनाव हों इसके लिए कानून बनवाता ।
मैं चुनावों में धाँधली न हो, इसके लिए प्रयास करता । चुनावों के पश्चात् सरकार गठन करते समय मैं इसका ध्यान रखता कि किसी चिकित्सक को ही स्वास्थ्य मंत्री किसी शिक्षक को ही शिक्षा मंत्री तथा किसी भूतपूर्व खिलाड़ी को ही खेल मंत्री बनाया जाए । यदि मैं देश का नेता होता तो अपने किसी भ्रष्ट मंत्री को बचाने के लिए बेकार के तर्कों का सहारा न लेता ।
यदि मैं देश का नेता होता तो मेरा देश विश्व का एक अग्रणी राष्ट्र बन जाता । गाँवों की खुशहाली लौट आती । मैं वृक्षारोपण के कार्यक्रम चलाकर प्रदूषण फैलाने वाले खतरनाक उद्योगों को बंदकर तथा सार्वजनिक स्थानों की सफाई पर अधिक ध्यान देकर देश के पर्यावरण को खुशनुमा बना देता ।
मैं आर्थिक समानता लाने तथा सामाजिक रूप से पिछड़े हुए लोगों को मुख्य धारा में लाने के लिए हर संभव प्रयत्न करता । मैं एक आदर्श नेता बनने के लिए अपने निजी स्वार्थों को बलिदान कर देता । एक नेता के रूप में मैं सदैव प्रयत्न करता कि देश के नागरिकों को शिकायत करने का कोई मौका न मिले । मैं राष्ट्र के गौरव उसकी प्राचीन संस्क्रति उसकी महान परंपराओं का सम्मान करता