Tibbat main jaati paati aur mahilao ki Kya Aditi thi
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चीन के तिब्बत स्वायत्त प्रदेश में महिला कार्य की प्रगति हमेशा ध्यानाकर्षक है। महिलाएं तिब्बत के आर्थिक व सामाजिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रही हैं। देश में दूसरे क्षेत्रों की ही तरह तिब्बत स्वायत्त प्रदेश में महिलाओं के स्थानों को बहुत उन्नत किया गया है।
लोकतांत्रिक रुपांतरण से पहले, तिब्बती महिलाओं को भारी उत्पीड़ित किया जाता था और वे समाज के निचले हिस्से में रहती थीं। पुराने तिब्बत के कानून के अनुसार महिलाओं का मूल्य कुछ औजारों से भी कम रहता था। महिलाओं को राज्य और सैन्य मामलों में भाग लेना भी मना हुआ था। लोकतांत्रिक रुपांतरण करने के बाद तिब्बत में महिलाओं का राजनीतिक स्थान बहुत उन्नत किया गया और तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की जन प्रतिनिधि सभा, जन सलाहकार सम्मेलन और न्यायालय में बहुत सी महिला अफसर और चर्च नज़र आयी हैं और महिला उद्यमी, महिला कलाकार तथा महिला खिलाड़ी भी समाज में सक्रियता से भूमिका अदा कर रही हैं। आज तिब्बत स्वायत्त प्रदेश में 85 प्रतिशत नेतृत्वकारी कार्यालयों में महिला कर्मचारी काम कर रही हैं। और महिलाओं के शिक्षण कार्यों का भी उल्लेखनीय विकास किया जा रहा है। 12वीं पंचवर्षीय योजना के दौरान तिब्बत स्वायत्त प्रदेश में महिला विकास योजना जारी की गयी जिस के तहत वैधानिक तौर पर महिलाओं के अधिकारों की रक्षा की गयी है। इससे यह जाहिर है कि तिब्बती महिलाओं के स्थान की ऐतिहासिक प्रगतियां प्राप्त हो चुकी हैं।
शांतिपूर्ण मुक्ति से पहले तिब्बत में महिलाओं को शिक्षा लेने का अवसर नहीं था। उस समय 90 प्रतिशत महिला निरक्षर रहती थी। शांतिपूर्ण मुक्ति के बाद में तिब्बत में शिक्षा कार्यों का तेज़ी से विकास किया गया। सन 1980 के दशक में तिब्बत स्वायत्त प्रदेश में सभी किसानों व चरवाहों के बच्चों को निशुल्क शिक्षा दी गयी। स्कूल में उन का खानपान, निवास और ट्यूशन फीस सब निशुल्क रही। स्वायत्त प्रदेश में प्राइमरी स्कूल की भरती दर 99.64 प्रतिशत रही और मिडिल स्कूल की दर 98.91 प्रतिशत रही। तथ्यों से यह साबित है कि चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के नेतृत्वकारी समाजवादी व्यवस्था में रहकर तिब्बती महिलाओं को आज का सुखमय जीवन तथा समान राजनीतिक व सामाजिक स्थान प्राप्त है। तिब्बती कृषि व देहाती अकादमी के कृषि अनुसंधान संस्थान की अध्ययन कर्ता निम्मा द्रोल्मा ने कहा कि उन्होंने देश की सहायता से प्राइरी और मिडिल स्कूल में पढ़ाई की और इस के बाद चीनी उत्तर पश्चिमी कृषि विश्वविद्यालय में अध्ययन समाप्त किया। उन्होंने कहा कि पार्टी की सही नीतियों से महिला कार्यों का विकास सुभीते से किया जा रहा है। तिब्बत में महिलाओं का स्थान भी निरंतर उन्नत होता रहा है। द्रोल्मा की ही तरह तिब्बत में बहुत सी श्रेष्ठ महिला वकील, डॉक्टर, शिक्षक और उद्यमी उभरती रही हैं��� उन्हों ने अपनी कोशिशों से तिब्बत में वैज्ञानिक प्रगतियों, आर्थिक विकास और सामाजिक खुशहाल के लिए अद्भुत योगदान पेश किया है।
इधर के वर्षों में सरकार ने महिला कार्यों के विकास में अधिकाधिक सहायता प्रदान की है। तिब्बती महिलाओं को अभूतपूर्व सामाजिक स्थान और अधिकार प्राप्त हो चुका है। तिब्बत के विभिन्न क्षेत्रों और उद्योगधंधों में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका जाहिर होती है और तिब्बत में महिला कार्यों का विकास भी इतिहास में सबसे अच्छे काल में गुजर गया है। तिब्बती जन राजनीतिक सलाहकार सम्मेलन की एक वरिष्ठ महिला कर्मचारी का कहना है कि तिब्बत में विकास और प्रगति से महिला कार्यों के विकास के लिए बेहत्तर वातावरण तैयार किया गया है। पुराने समय में तिब्बती महिलाओं का कोई सामाजिक स्थान नहीं हुआ था। आज स्वायत्त प्रदेश में शहर और काउंटी स्तरीय महिला स्वास्थ्य संस्थाएं स्थापित हो चुकी हैं जहां महिलाओं का उपचार और प्रसूति आदि सेवा सब निशुल्क हैं। रोजाना जीवन के अतिरिक्त तिब्बती महिलाओं का राजनीतिक स्थान भी बढ़ाया गया है। अनेक महिलाओं ने स्वायत्त प्रदेश की नेतृत्वकारी संस्थाओं का पद सँभाला है। तिब्बत में लोबा जाति की जन प्रतिनिधि थाशी यांगचिन ने कहा कि तिब्बत में महिलाओं को भी पुरुषों के जैसे समानता से देश के राजनीतिक शासन में भाग लेने का मौका मिलता है। और उन का शिक्षा लेने तथा नौकरी चुनने का अधिकार भी काफी सुरक्षित है। आंकड़े बताते हैं कि अभी तक तिब्बत स्वायत्त प्रदेश में सात लाख महिला कर्मचारी काम कर रही हैं, जो तमाम नौकरियों में 37 प्रतिशत रहता है। ग्रामीण और चरागाह क्षेत्रों में 60 प्रतिशत श्रमिक महिलाएं भी हैं जो समाजवादी गांव के निर्माण में मुख्य शक्ति बनी हैं।
इधर के वर्षों में तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के महिला संगठनों ने ग्रामीण और चरागाह क्षेत्रों के महिलाओं में "अमीर बनने के लिए विज्ञान और तकनीक सीखे" का मुहिम आयोजित किया। बहुत सी महिलाओं ने विज्ञान व तकनीक तथा प्रबंधन कौशल सीखकर बाजार अर्थतंत्र के विकास में शानदार उपलब्धियां जीत लीं। सरकार के प्रोत्साहन से तिब्बती महिलाओं ने वनरोपण और पशुपालन के कार्यों में तथा समाजवादी गांवों के निर्माण में सक्रियता से भाग लिया। तिब्बत के महिला संगठनों ने पार्टी के कार्य लक्ष्य के मुताबिक ग्रामीण और चरागाह क्षेत्रों में महिलाओं की समग्र गुणवत्ता में सुधार लाने और उन्हें अमीर बनाने के लिए भरसक कोशिश की। उधर शहरों में महिलाओं के रोजगार मिलने तथा सामुदायिक सेवा में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा देने में सहायता दी जा रही है। स्वायत्त प्रदेश के महिला संघ ने दूसरे विभागों के साथ “वसंत हवा”कार्यवाही कर तिब्बती महिलाओं में कौशल प्रशिक्षण का आयोजन कर महिलाओं को रोजगार सेवा प्रदान किया। उन की मदद में बहुत सी महिलाओं ने होटल सर्विस, खानपान, ब्यूटी सैलून, हस्त बुनाई और ड्राइविंग आदि के प्रशिक्षण में भाग लिया। जो रोजगार के लिए मददगार सिद्ध हुआ है।