'todti Patthar' Kavita ke Vastu Vidhan ka varnan kijiye?
Answers
Answered by
1
Answer:
a nia a ni maw maw na kha a nia a va lawmawm lutuk
Answered by
0
तोड़ती पत्थर कविता के वास्तु विधान का वर्णन निम्न प्रकार से किया गया है।
- कवि निरालाजी ने तोड़ती पत्थर कविता में उन दृश्यों का वर्णन किया है जिनसे मन को बहुत कष्ट होता है।
- कवि की मुलाकात एक महिला से हैदराबाद के रास्तों पर होती है, वह महिला धूप में पत्थर तोड़ने का काम कर रही थी। उसके आस पास एक नाम मात्र का पेड़ था जिसकी छाया उस स्त्री को नहीं मिल रही थी।
- कवि स्त्री की दयनीय स्थिति देखकर कहते है कि ये मजदूर बड़ी लगन से अपना काम करते है। कवि के अनुसार वह पत्थर तोड़ती हुई महिला दुखी जरूर लग रही थी परन्तु उसने हिम्मत नहीं हारी थी।
Similar questions