top 20 most important muhavere for class 10
Answers
Explanation:
) अक्ल पर पत्थर पड़ना - बुद्धि भष्ट होना
वाक्य - विद्वान और वीर होकर भी रावण की अक्ल पर पत्थर ही पड़ गया था कि उसने माता सीता का अपहरण किया।
2) अंक भरना - स्नेह से लिपटा लेना
वाक्य - माँ ने बेटी को देखते ही अंक भर लिया।
3) अपने मुँह मियाँ मिट्ठू बनना - स्वयं अपनी प्रशंसा करना
वाक्य - अच्छे आदमियों को अपने मुहँ मियाँ मिट्ठू बनना शोभा नहीं देता।
4) अक्ल का चरने जाना - समझ का अभाव होना
वाक्य - कभी-कभी राम को बात समझ नहीं आती, ऐसा लगता है उसकी अक्ल चरने गई हो।
5) अपने पैरों पर खड़ा होना - स्वालंबी होना
वाक्य - युवकों को अपने पैरों पर खड़े होने पर ही विवाह करना चाहिए।
6) अक्ल का दुश्मन - मूर्ख
वाक्य - राहुल अपने पिता की बात का सही से जवाब नहीं देता है, लगता है आजकल राहुल अक्ल के दुश्मन हो गया है।
7) अपना उल्लू सीधा करना - मतलब निकालना
वाक्य - आजकल के नेता अपना उल्लू सीधा करने के लिए ही लोगों को भड़काते है।
8) अंगारों पर लेटना - डाह होना, दुःख सहना
वाक्य - वह उसकी तरक्की देखते ही अंगारों पर लोटने लगा।
9) अँचरा पसारना - माँगना, याचना करना
वाक्य - हे भगवान्, अपने बीमार बेटे के लिए आपके आगे अँचरा पसारती हूँ। उसे भला-चंगा कर दो।
10) अन्धा बनना - आगे-पीछे कुछ न देखना
वाक्य - धर्म से प्रेम करो, पर उसके पीछे अन्धा बनने से तो दुनिया नहीं चलती।
11) अन्धा होना – विवेक भ्रष्ट होना
वाक्य - आज कल पैसा ही सब कुछ है क्योंकि पैसा के मोह में सब अंधे हो जाते हैं।
12) अन्धेरखाता - अन्याय
वाक्य - मुँहमाँगा दो, फिर भी चीज खराब। यह कैसा अन्धेरखाता है।
13) अढाई दिन की हुकूमत - कुछ दिनों की शानो-शौकत
वाक्य - जनाब, जरा होशियारी से काम लें। यह अढाई दिन की हुकूमत जाती रहेगी।
14) अपना-सा मुँह लेकर रह जाना - शर्मिन्दा होना
वाक्य - बड़े भाई ने छोटे भाई को ऐसी चुभती बात कही कि वह अपना-सा मुँह लिए रह गया।
15) अपनी खिचड़ी अलग पकाना - स्वार्थी होना, अलग रहना
वाक्य - यदि सभी अपनी खिचड़ी अलग पकाने लगें, तो देश और समाज की उन्नति होने से रही।
16) अब-तब करना - बहाना करना
वाक्य - कोई भी चीज माँगो, वह अब-तब करना शुरू कर देगा।
17) अंग-अंग ढीला होना - अत्यधिक थक जाना
वाक्य - विवाह के अवसर पर दिन भर मेहमानों के स्वागत में लगे रहने से मेरा अंग-अंग ढीला हो रहा हैं।
18) अंगारे उगलना - कठोर और कड़वी बातें कहना
वाक्य - मित्र! अवश्य कोई बात होगी, बिना बात कोई क्यों अंगारे उगलेगा।
19) अंगारों पर लोटना - ईर्ष्या से व्याकुल होना
वाक्य - मेरे सुख को देखकर रामू अंगारों पर लोटता हैं।
20) अँगुली उठाना - किसी के चरित्र या ईमानदारी पर संदेह व्यक्त करना
वाक्य - हमें ऐसा कोई काम नहीं करना चाहिए, जिससे कोई हम पर अँगुली उठाए।
उत्तर नीचे अटैचमेंट में दिया गया है
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