Hindi, asked by nakulthakkar, 1 year ago

tulsidas ke niti sambhandhit 6
dohe

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Answered by unamg
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राम नाम  मनिदीप धरु जीह देहरीं द्वार |तुलसी भीतर बाहेरहुँ जौं चाहसि उजिआर ||
नामु राम  को कलपतरु कलि कल्यान निवासु |जो सिमरत  भयो भाँग ते तुलसी तुलसीदास ||
तुलसी देखि सुबेषु भूलहिं मूढ़ न चतुर नर |सुंदर केकिहि पेखु बचन सुधा सम असन अहि ||
सूर समर करनी करहिं कहि न जनावहिं आपु |बिद्यमान  रन पाइ रिपु कायर कथहिं प्रतापु ||
सहज सुहृद  गुर स्वामि सिख जो न करइ सिर मानि |सो  पछिताइ  अघाइ उर  अवसि होइ हित  हानि ||

Answered by Aryaman1
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राम नाम  मनिदीप धरु जीह देहरीं द्वार |तुलसी भीतर बाहेरहुँ जौं चाहसि उजिआर ||
नामु राम  को कलपतरु कलि कल्यान निवासु |जो सिमरत  भयो भाँग ते तुलसी तुलसीदास ||
तुलसी देखि सुबेषु भूलहिं मूढ़ न चतुर नर |सुंदर केकिहि पेखु बचन सुधा सम असन अहि ||
सूर समर करनी करहिं कहि न जनावहिं आपु |बिद्यमान  रन पाइ रिपु कायर कथहिं प्रतापु ||
सहज सुहृद  गुर स्वामि सिख जो न करइ सिर मानि |सो  पछिताइ  अघाइ उर  अवसि होइ हित  हानि ||


Aryaman1: This answer was not copied, I got it from my hindi book, i wrote it.
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