उच्च रक्तचाप से पीड़ित व्यक्ति को कम नमक लेने की सलाह दी जाती है क्यों
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उच्च रक्तचाप से पीड़ित व्यक्ति को नमक कम लेने की सलाह इसलिए दी जाती है, क्योंकि नमक में सोडियम क्लोराइड की मात्रा होती है। यद्यपि सोडियम मनुष्य के शरीर के लिए आवश्यक तो होता है, लेकिन यदि अधिक मात्रा में लिया जाए तो नुकसानदायक हो सकता है।
नमक लेने के बाद शरीर में सोडियम क्लोराइड के अणु सोडियम और क्लोराइड आयनों में विभक्त हो जाते हैं। अधिक मात्रा में नमक लेने से खून में विलेय सांद्रता बढ़ जाती है। विलेय सांद्रता बढ़ जाने के कारण रक्त में परासरण दबाव भी बढ़ जाता है। परासरण दबाव बढ़ने से खून का प्रवाह बढ़ जाता है, और इससे रक्तचाप का स्तर भी बढ़ जाता है। इस कारण व्यक्ति दिल और रक्त कोशिकाओं पर ज्यादा दबाव पड़ता है, जिससे उन्हें क्षति पहुंचने की आशंका रहती है। इसी कारण उच्च रक्तचाप की स्थिति में नमक कम लेने की सलाह दी जाती है।
उच्च रक्तचाप से पीड़ित व्यक्ति को एक दिन में 5 ग्राम से कम नमक खाना चाहिए।
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HELLO DEAR,
उच्च रक्तचाप में पीड़ित व्यक्ति को नमक काम लेने की सलाह दी जाती है क्योंकि अगर व्यक्ति उच्च रक्तचाप की समस्या से ग्रसित है तो इसके कारण उसके खून से नसों और ह्रदय पर अधिक दबाव महसूस होता है, और अगर इस के दरमियान उसे नमक दिया जाए तो नमक में सोडियम और क्लोरीन होता है। जिसके कारण खून और पतला हो जाता है और अगर खून पतला होगा तो उसका आयतन और बढ़ जाता है जिसके कारण रक्तचाप बढ़ने की समस्या और अधिक हो जाती है इसीलिए हम उच्च रक्तचाप से पीड़ित व्यक्ति को नमक कम देने की सलाह देते हैं।