उचित अर्थेन सह मेलनं कुरुत- ।
यथा- वसुमती - पृथ्वी
(क) निशीथे - गमिष्यति
(ख) प्रणिपत्य - समुद्रे
(ग) निशम्य - रात्रौ
(घ) पाये - प्रणम्य
(ङ) विपिने - श्रुत्वा
(च) दशास्यान्तकः - समीप
(छ) दिवम् - वने
(ज) अधीत्य - राम:
(झ) महोदधौ - स्वर्गम्
(ञ) यास्यति - पठित्वा
Answers
Answered by
2
उचित अर्थेन सह मेलनं कुरुत- ।
यथा- वसुमती - पृथ्वी
(क) निशीथे - गमिष्यति
(ख) प्रणिपत्य - समुद्रे
(ग) निशम्य - रात्रौ
(घ) पाये - प्रणम्य
(ङ) विपिने - श्रुत्वा
(च) दशास्यान्तकः - समीप
(छ) दिवम् - वने
(ज) अधीत्य - राम:
(झ) महोदधौ - स्वर्गम्
(ञ) यास्यति – पठित्वा
उत्तरम्->
यथा- वसुमती - पृथ्वी
(क) निशीथे - रात्रौ
(ख) प्रणिपत्य - प्रणम्य
(ग) निशम्य - श्रुत्वा
(घ) पाये - समीप
(ङ) विपिने - वने
(च) दशास्यान्तकः - राम:
(छ) दिवम् - स्वर्गम्
(ज) अधीत्य - पठित्वा
(झ) महोदधौ - समुद्रे
(ञ) यास्यति - गमिष्यति
Similar questions
Social Sciences,
5 months ago
India Languages,
9 months ago
India Languages,
9 months ago
Computer Science,
1 year ago
Science,
1 year ago
Math,
1 year ago