उचन्त खाते की विशेषताएँ लिखिए।
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उचन्त खाते की विशेषता :
जब तलपट बनाया जाता है और तलपट के दोनों पक्षों का योग मेल नहीं खाता और योग के मेल नहीं खाने पर त्रुटि ढूंढी जाती है, लेकिन कोशिश करने के बावजूद भी जब त्रुटि का पता नहीं चलता तो तलपट के दोनों धनी व ऋणी पक्षों को बराबर करने के लिए एक खाते का निर्माण किया जाता है। इस खाते को ही उचंत खाता कहते हैं।
उचंत खाता तलपट की त्रुटि को पता लगाने के लिए बनाया जाता है। जब तलपट की त्रुटि पता चल जाती है तो उचंत खाता बंद कर दिया जाता है।
तलपट खाते की त्रुटि का पता लगाना ही उचंत खाते सबसे बड़ी विशेषता है।
Answer:
पंजी या बही का वह खाता जिसमें अस्थायी रूप से ऐसे धन के बारे में लिखा जाता है, जिसका पूरा हिसाब बाद में होने को हो .
जब तलपट बनाया जाता है और तलपट के दोनों पक्षों का योग मेल नहीं खाता और योग के मेल नहीं खाने पर त्रुटि ढूंढी जाती है, लेकिन कोशिश करने के बावजूद भी जब त्रुटि का पता नहीं चलता तो तलपट के दोनों धनी व ऋणी पक्षों को बराबर करने के लिए एक खाते का निर्माण किया जाता है। इस खाते को ही उचंत खाता कहते हैं।
Explanation:
उचन्त खाता बनाने की आवश्यकता क्यों ? जब ट्रायल बैलेंस (तलपट) के दोनों साइड बैलेंस नहीं कर रहे हो तब उचन्त खाता खाते को खोला जाता है। इसका मुख्य उपयोग बैलेंस शीट में भूल की वजह से हुई देरी से बचने के लिए ही किया जाता है
उचन्त खाते की विशेषता :
जब तलपट बनाया जाता है और तलपट के दोनों पक्षों का योग मेल नहीं खाता और योग के मेल नहीं खाने पर त्रुटि ढूंढी जाती है, लेकिन कोशिश करने के बावजूद भी जब त्रुटि का पता नहीं चलता तो तलपट के दोनों धनी व ऋणी पक्षों को बराबर करने के लिए एक खाते का निर्माण किया जाता है। इस खाते को ही उचंत खाता कहते हैं।
उचंत खाता तलपट की त्रुटि को पता लगाने के लिए बनाया जाता है। जब तलपट की त्रुटि पता चल जाती है तो उचंत खाता बंद कर दिया जाता है।
तलपट खाते की त्रुटि का पता लगाना ही उचंत खाते सबसे बड़ी विशेषता है।