Sociology, asked by artikrstar93, 5 months ago

ucur UI Grihastha Ashram in Indian Suci
व्यक्ति के समाजीकरण में संस्कारों के महत्व की व्याख्या करें।​

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Answered by dabhang14
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Answer:

संस्कारों का उद्देश्य हिंदू संस्कृति की पृष्ठभूमि में व्यक्ति का समाजीकरण करना है। इसलिए व्यक्ति को पवित्र बनाने वाले विभिन्न अनुष्ठानों और क्रिया-कलापों को ही हम संस्कार कहते हैं। संस्कार पूर्णतया धार्मिक ही नहीं होते, बल्कि ये सामाजिक सरोकार भी रखते ह, जिसकी अभिव्यक्ति हमारे सामाजिक जीवन में होती है। संस्कार वह विधि-विधान है, जो व्यक्ति को जैविक, मानसिक, सामाजिक और सांस्कृतिक प्राणी बनाने में सहायक होता है। संस्कार व्यक्ति के क्रमिक विकास की प्रक्रिया से संबद्ध होते हैं। इनका आधार व्यक्ति की आंतरिक क्षमताओं का सही रूप से मार्ग-दर्शन करना है।

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