“उमा का स्वर आज की नारी का स्वर है ’| एकाँकी के आधार पर अपने विचार लिखें ?
Answer sahi dena plz
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रीढ़ की हड्डी’ एकांकी का मुख्य उद्देश्य लड़कियों की आवाज़ को समाज के सामने लाना और लड़कियों को निम्न वर्ग का प्राणी मानने वालों को बेनकाब करना है। इस एकांकी की केंद्रीय पात्र उमा उन लोगों की कलई खोल देती है, जो लड़कियों को भेड़-बकरियाँ या फर्नीचर का सामान मानते हैं। उमा लड़कियों के स्वतंत्र व्यक्तित्व का प्रतिनिधित्व करती है। लड़कियों के स्वतंत्र व्यक्तित्व के लिए उनका शिक्षित होना अत्यंत आवश्यक है। शिक्षा उनमें आत्मविश्वास एवं स्वावलंबन की भावना संचरित करती है।
आज की नारी उमा जैसी शिक्षा प्राप्त कर स्पष्टवादी, निर्भीक एवं चरित्रवान बनना चाहती है। उमा समाज के तथाकथित नकाब लगाए हुए सफेदपोशों की परवाह किए बिना अपनी आंतरिक भावनाओं को स्पष्ट करती है। वह एक सशक्त चरित्र की शिक्षित एवं समझदार लड़की है, जो अपने युग का प्रतिनिधित्व करती है। वह बिना किसी दबाव में आए लोगों की वास्तविकता को प्रकट करती है और अपनी शिक्षा के माध्यम से समाज में प्रचलित कुप्रथाओं एवं रूढ़ियों को दूर करने का प्रयास करती है।