उन विनिमय दर व्यवस्थाओं की चर्चा कीजिए, जिन्हें कुछ देशों ने अपने बाह्य खाते में स्थायित्व लाने के लिए किया हैl
Answers
विनिमय दर - लेनदेन जिस दर पर चुकाया जाता है उसे विनिमय दर कहते हैं |
भारत की विनिमय दर नीति अंतर्राष्ट्रीय और देशीय विकास के साथ विकसित हुई |
विनिमय दर व्यवस्था - आज़ादी के बाद से भारत में एक निश्चित विनिमय दर व्यवस्था लागू थी जिसे बाद में स्टर्लिंग से लिंक किया गया | साल 1993 से भारत में बाजार में आधारित विनिमय दर व्यवस्था चलने लगी |
निश्चित विनिमय व्यवस्था (1971-1992) - भारत ने अपनी मुद्रा को अगस्त 1971 से दिसंबर 1991 बीच अमेरिकी डॉलर के साथ विनिमित किया और दिसंबर 1971 से सितम्बर 1975 तक ब्रिटेन के पाउंड स्टर्लिंग के साथ विनिमित किया |
उदारीकृत विनिमय दर प्रबंधन प्रणाली -
इस प्रणाली अंतर्गत विनिमय दर तय की गई , जिसके तहत विदेशी मुद्रा की विनिमय दर का 40 प्रतिशत आधिकारिक व शेष 60 फीसदी बाजार द्वारा निर्धारित दर से परिवर्तित किया गया।
विनिमय दर प्रबंधन के प्रकार-
नियत विनिमय दर- नियत विनिमय दर प्रणाली अपनाने का मूल उद्देश्य विदेशी व्यापार और पूंजी आंदोलनों में स्थिरता सुनिश्चित करना है।
लचीली विनिमय दर- लचीली विनिमय दर एक सिद्धांत पर आधारित है, इसके तहत भविष्य में अनुमान का लाभ मिलता है। तथा विदेशी मुद्रा बाजार में मुद्रा की वास्तविक क्रय शक्ति का एक संकेतक के रूप में कार्य करता है।
Know More
Q.1.- विनिमय दर का अर्थ बताइए।
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Q.2.- विनिमय दर से क्या आशय है?
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Q.3.- स्थिर विनिमय दर से क्या तात्पर्य है?
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दी गई विनिमय दर व्यवस्थाओं को कुछ देशों ने अपने बाह्य खाते में स्थायित्व लाने के लिए प्रयोग किया है |
Explanation:
दी गई विनिमय दर व्यवस्थाओं को कुछ देशों ने अपने बाह्य खाते में स्थायित्व लाने के लिए प्रयोग किया है:
- चलित सीमा बंध प्रणाली: यह प्रणाली लोत शील और स्थिर विनिमय दर के बीच एक समझौता है परंतु जैसे इसका नाम सुझाव देता है यह कम विस्तृत है। इसमें केवल क्षमता दर के बीच +1 % तक का सामंजस्य करके भुगतान शेष को ठीक करने की गुंजाइश होती है।
- विस्तृत सीमा पट्टी प्रणाली: इस प्रणाली में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा बाजार में दो विभिन्न करेंसीयों की क्षमता दर के बीच +10% का सामान्य से भुगतान करके शेष को ठीक करने की इजाजत होती है।
- प्रबंधित तरणशीलता प्रणाली: लोसिल और स्थिर विनिमय दरों की है अंतिम मिश्रित प्रणाली है। एक प्रकार से यह है न मैं और स्थिर विनिमय दर का मिश्रण है जो कि सरकार द्वारा प्रतिबंधित या नियंत्रित होता है|
और अधिक जानें:
स्थिर विनिमय दरों के पक्ष में तर्क दीजिए।
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