उपर्युक्त गद्यांश के लिए उचित शीर्षक दीजिए।
"मानव एक सामाजिक प्राणी होने के कारण अपनी बात दूसरों तक पहुँचाना चाहता है। व्यक्तियों
माथ्य होनेवाले विचारों का आदान-प्रदान ‘संप्रेषण' कहलाता है। मनुष्य ध्वनि संकेतों अथवा इशारों का
प्रयोग करके दूसरों से संप्रेषण करता है । मानव, संप्रेषण के लिए जिन ध्वनि-संकेतों का सहारा लेता
सह 'भाषा' ही है।
pls answer for 5th question only
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manushya evm dhvani
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