Hindi, asked by shruti62572, 8 months ago

उपविषय: पाठ गिल्लू,(महादेवी वर्मा)

प्रश्न1.गिल्लू पाठ के आधार पर बताइए कि गिल्लू लेखिका को किन परिस्थितियों में मिला और उसकी जीवन रक्षा के लिए लेखिका ने क्या उपाय किए?क्याउन्हे सफलता मिली ?
प्रश्र 2.सिद्ध कीजिए कि गिल्लू एक संवेदनशील प्राणी है।
‌‌ या
गिल्लू को महादेवी से गहरा लगाव था(आत्मीयता थी)।
या
गिल्लू की गतिविधियों के आधार पर स्पष्ट कीजिए कि पशु-पक्षी भी बाल सुलभ क्रीड़ाओं का आनंद लेते हैं।

प्रश्र 3.प्रस्तुत पाठ के द्वारा लेखिका ने पशु-पक्षियों के प्रति कैसी भावना को उभारा है ?(पाठ का संदेश)क्या पशु-पक्षियों को पिंजरे में कैद करना सही है?
प्रश्न 4.प्रभात की प्रथम किरण के स्पर्श के साथ ही वह किसी और जीवन में जागने के लिए सो गया।आशय स्पष्ट कीजिए और बताइए कि इस कथन से लेखिका के किस विश्वास या मान्यता का पता लगता है?
प्रश्र 5.कागभुषुंडी किसे कहा गया है और यह एक साथ समादरित और अनादरित कैसे है?
प्रश्र 6गिल्लू की अंतिम समय की पीड़ा का वर्णन कीजिए।​

Answers

Answered by bhatiamona
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उपविषय: पाठ गिल्लू,(महादेवी वर्मा)

प्रश्न1.गिल्लू पाठ के आधार पर बताइए कि गिल्लू लेखिका को किन परिस्थितियों में मिला और उसकी जीवन रक्षा के लिए लेखिका ने क्या उपाय किए?क्या उन्हे सफलता मिली ?

उत्तर : गिल्लू महादेवी वर्मा जी को  एक दिन उनके बरामदे में उन्हें मूर्छित दशा में मिला।

रुई से उसका खून पोंछकर उसके घावों पर मरहम लगाया। उसकी भूख मिटाने के लिए रुई की बत्ती दूध में भिगोकर उसके मुँह पर लगाई गई। कई घंटे के उपचार के बाद वह उसके मुँह में पानी टपकाने में सफल हुई। उसके जीवन की रक्षा के लिए उन्होंने उसकी देखभाल करी और तीन दिन में वह स्वस्थ हो गया।उन्होंने उसका नाम गिल्लू रखा था| गिल्लू की बहुत सेवा की और वह बाद में एक दम स्वस्थ्य हो गई थी| वह इधर-उधर घूमती थी और खेलती थी|

प्रश्न 2 .गिल्लू को महादेवी से गहरा लगाव था(आत्मीयता थी)|

उत्तर : गिल्लू को महादेवी से गहरा लगाव था | जब एक दिन महादेवी वर्मा बीमार हो गई थी उन्हें अस्पताल में रहना पड़ा था , तब पीछे से गिल्लू बहुत उदास रहता था और वह खाना भी नहीं खाता था |

प्रश्र 3.प्रस्तुत पाठ के द्वारा लेखिका ने पशु-पक्षियों के प्रति कैसी भावना को उभारा है ?(पाठ का संदेश)क्या पशु-पक्षियों को पिंजरे में कैद करना सही है?

उत्तर:  प्रस्तुत पाठ के द्वारा लेखिका ने पशु-पक्षियों के प्रति प्यरा भरी भावना को उभारा है | उनके प्रति दया भावना से देखभाल को दिखाया गया है| पशु-पक्षियों को कैद करना सही नहीं है | उन्हें भी आज़ादी से जीने का हक़ है और जीने देना चाहिए| पशु-पक्षियों की सहायता करना देखभाल करना हमारा कर्तव्य है| यदि कोई भी पशु-पक्षी अपनी मर्ज़ी से मनुष्य के पास रहना चाहे तो उसे रख लेना चाहिए| सब की खुशी सब से पहले होती है|

प्रश्न 4.प्रभात की प्रथम किरण के स्पर्श के साथ ही वह किसी और जीवन में जागने के लिए सो गया।आशय स्पष्ट कीजिए और बताइए कि इस कथन से लेखिका के किस विश्वास या मान्यता का पता लगता है?

उत्तर : इस कथन का आशय है कि प्रातः कालीन सूर्य की किरणों के साथ ही गिल्लू ने अपना शरीर त्याग दिया। इस पंक्ति में लेखिका ने पुनर्जन्म की मान्यता को स्वीकार किया है। लेखिका को लगता है कि गिल्लू अपने अगले जन्म में किसी अन्य प्राणी के रूप में जन्म लेगा।

प्रश्र 6गिल्लू की अंतिम समय की पीड़ा का वर्णन कीजिए।​

उत्तर : वह अपने अंतिम समय में अपने झूले से उतरकर लेखिका के बिस्तर पर निष्चेष्ट लेट गया उसके पंजे पूरी तरह ठंढे पड़ चूका था।  वह अपने ठंठे पंजो से लेखिका की उँगली पकड़कर उसके हाथ से चिपक गया | लेखिका ने उसे हीटर जलाकर गर्मी देने की कोशिश की परंतु कोई लाभ नहीं हुआ | सुबह होते उसकी मृत्यु हो चुकी थी |

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