उपयुक्त पाठांशों को पढ़कर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लिखें। 1 हरिहर काका की कहानी समाज के किन पहलुओं की ओर ध्यान आकर्षित करती है ? 2 हरिहर काका के लिए जमीन जी का जंजाल कैसे बन गई? स्पष्ट करें। 3 हरिहर काका पाठ के माध्यम से लेखक ने संयुक्त परिवारों के बारे में जो कुछ बताया है क्या आप लेखक से सहमत हैं ?अपने विचार लिखें । 4 हरिहर काका वृद्धों के प्रति संवेदनहीन होते समाज की कहानी है ,सिद्ध करें। 5 हरिहर काका की कहानी धर्मांधता और ठाकुर बारी के चरित्र को उजागर करती है, स्पष्ट कीजिए। 6 हरिहर काका गूंगे पन का शिकार क्यों हो गए थे ? 7 "उम्र का फासला भी आत्मीय संबंधों के बीच बाधा नहीं बनता," कथावाचक और हरिहर काका के संदर्भ में स्पष्ट कीजिए। 8 हरिहर काका के परिवार वालों का बदलता व्यवहार आपको क्या सोचने पर मजबूर करता है ? 9 कथा के अंत में हरिहर काका ने संपत्ति से संबंधित क्या निर्णय लिया ?और क्यों ? 10 संपत्ति के लिए अपने ही पराए बन जाते हैं, स्पष्ट करें। 11 हरिहर काका कहानी मैं हरिहर काका की जमीन का क्या हुआ होगा ?आखिर में हरिहर काका को उस जमीन से संबंधित क्या निर्णय लेना चाहिए? अपने मतानुसार लिखिए । 12 ठाकुरबारी के साधु संतों का कौन सा आचरण लेखक के मन में उनके प्रति घृणा उत्पन्न कर रहा था ? 13 हरिहर काका की नजर में महंत कब घृणित और दुराचारी नजर आने लगा?
Answers
उपयुक्त पाठांशों को पढ़कर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर इस प्रकार है:
1 हरिहर काका की कहानी समाज के किन पहलुओं की ओर ध्यान आकर्षित करती है?
उत्तर : हरिहर काका कहानी से समाज में मतलबी और धोखापन पहलुओं की ओर ध्यान आकर्षित करती है, हमें यह देखने को मिलता है, जीवन में रिश्ते नाते केवल पैसों पर ही आधारित होते है। व्यक्ति को कभी भी अपनी संपत्ति अपने जीते जी अपनी संतान के नाम नहीं करनी चाहिए ।
2 हरिहर काका के लिए जमीन का जंजाल कैसे बन गई? स्पष्ट करें।
उत्तर :हरिहर काका के लिए जमीन का जंजाल बन गयी थी, क्योंकि सब उनकी जमीन के पीछे पड़े थे | हरिहर काका की अपनी कोई संतान नहीं थी| काका को जब उनकी सच्चाई पता चली कि सब लोग उनकी जायदाद के पीछे पड़े हैं तो उन्हें उन सब लोगों की याद आई जिन्होंने अपने परिवार के मोह में आकर अपनी जमीन उनके नाम कर दी थी और अपने अंतिम दिन तक कष्ट भोगते रहे।
3 हरिहर काका पाठ के माध्यम से लेखक ने संयुक्त परिवारों के बारे में जो कुछ बताया है क्या आप लेखक से सहमत हैं ?अपने विचार लिखें ।
उत्तर :हरिहर काका पाठ के माध्यम से लेखक ने संयुक्त परिवारों के बारे में जो कुछ बताया है , वह सच है संपति के पीछे अपने-अपने ही दुश्मन बन कर रह जाते है| जमीन के पीछे लोग अपने खूनी रिश्तों को भूल जाते है और दुश्मन बन जाते है|
4 हरिहर काका वृद्धों के प्रति संवेदनहीन होते समाज की कहानी है ,सिद्ध करें।
उत्तर :हरिहर काका वृद्धों के प्रति संवेदनहीन होते समाज की कहानी नहीं है क्योंकि इस कहानी में मतलबी रिश्ते दिखाए गए है जो की एक जमीन-जायदाद पर आधारित है| जब तक मतलब निकल रहा है तब तक रिश्ते अच्छे है और जैसे मतलब खत्म साथ में रिश्ते भी खत्म है|
5 हरिहर काका की कहानी धर्मांधता और ठाकुरबारी के चरित्र को उजागर करती है, स्पष्ट कीजिए।
उत्तर : हरिहर काका की कहानी धर्मांधता और ठाकुरबारी के चरित्र को उजागर नहीं करती है क्योंकि इस कहानी में सभी लोग मतलबी थे | ठाकुरबारी के लोग अन्धविश्वासी थे|
6 हरिहर काका गूंगे पन का शिकार क्यों हो गए थे ?
उत्तर :हरिहर काका गूंगेपन का शिकार इसलिए क्योंकि जब उन्हें पता चला की उनके भाई ही उनके दुश्मन बन गए है और उनकी जायदाद हड़पना चाहते है और उन्हें मुझसे कोई लगाव नहीं है | दिन-प्रतिदिन उनके भाइयों का व्यवहार भी बहुत खराब हो रहा था| इस सोच के कारण हरिहर काका एकदम गूंगे पन का शिकार बन गए अब वह किसी से कुछ भी कहना नहीं चाहते थे।
7 "उम्र का फासला भी आत्मीय संबंधों के बीच बाधा नहीं बनता," कथावाचक और हरिहर काका के संदर्भ में स्पष्ट कीजिए।
उत्तर : कथावाचक और हरिहर के बीच मधुर, आत्मीय और गहरे संबंध है। इस संबंध के मुख्य कारण थे कथावाचक और हरिहर काका का पड़ोसी होना, बचपन में हरिहर काका का कथावाचक को खूब प्यार और दुलार देना था तथा बड़ा होने पर कथावाचक और हरिहर काका का आपस में मित्रता का संबंध स्थापित हो जाना। जिसके कारण हरिहर काका और कथावाचक आपस में खुलकर बातचीत करते थे।
8 हरिहर काका के परिवार वालों का बदलता व्यवहार आपको क्या सोचने पर मजबूर करता है ?
उत्तर : हरिहर काका के परिवार वालों का बदलता व्यवहार यह सोचने पर मजबूर करता है कि हमें किसी पर भी विश्वास नहीं करना चाहिए चाहे वह हमारे अपने सगे और या रिश्तेदार आज के समय में कोई किसी का नहीं सब मतलब देखते है|
9 कथा के अंत में हरिहर काका ने संपत्ति से संबंधित क्या निर्णय लिया ?
उत्तर : हरिहर काका को जब यह सच्च का पता चला कि सब लोग उनकी जायदाद के पीछे पड़े हैं तो उन्हें उन सब लोगों की याद आई कथा के अंत में हरिहर काका ने संपत्ति अपने परिवार के मोह में आकर उनके नाम कर दी थी |
10 संपत्ति के लिए अपने ही पराए बन जाते हैं, स्पष्ट करें।
उत्तर : यह वाक्य सत्य है , आज के समय में संपत्ति के लिए अपने ही पराए बन जाते हैं| आज के समय में रिश्तों से उपर पैसा ,जायदाद, संपत्ति मायने रखती है| सब अपना मतलब दिखाते है , जहाँ से उन्हें मतलब दिखाई दे रहा हो तब तक वह अपना बन कर रहते और जैसे ही मतलब खत्म हो जाता सब रिश्ते भी खत्म हो जाते है|
11 हरिहर काका कहानी मैं हरिहर काका की जमीन का क्या हुआ होगा ?आखिर में हरिहर काका को उस जमीन से संबंधित क्या निर्णय लेना चाहिए?
उत्तर : हरिहर काका कहानी में हरिहर काका की जमीन उन्होंने अपने भाइयों के नाम कर दी थी | आखिर में हरिहर काका को उस जमीन से संबंधित यह निर्णय लेना चाहिए था उन्हें अपनी संपत्ति किसी जरूरतमंद के नाम करनी चाहिए थी और अपने लालची भाइयों के नाम नहीं करनी चाहिए थी |
12 ठाकुरबारी के साधु संतों का कौन सा आचरण लेखक के मन में उनके प्रति घृणा उत्पन्न कर रहा था ?
उत्तर : ठाकुरबारी के साधु संतों का मतलबी और दिखावा करने का आचरण लेखक के मन में उनके प्रति घृणा उत्पन्न कर रहा था | ठाकुरबारी के साधु संत भी हरिहर काका की संपत्ति अपने नाम करवाना चाहते थे | ठाकुरबारी में महंत के लोगों ने काका के साथ गलत व्यवहार किया।
13 हरिहर काका की नजर में महंत कब घृणित और दुराचारी नजर आने लगा?
उत्तर : हरिहर काका की नजर में महंत कब घृणित और दुराचारी नजर आने जब ठाकुरबारी के साधु-संत और महंत के हरिहर काका को जबरदस्ती उठा कर ले गए और उनकी संपत्ति ठाकुरबारी के नाम करवाना चाहते थे, हरिहर काका ने ठाकुरबारी के नाम लिखने को तैयार नहीं थे। ठाकुरबारी में महंत के लोगों ने काका के साथ गलत व्यवहार किया।
Answer:
1 हरिहर काका की कहानी समाज के किन पहलुओं की ओर ध्यान आकर्षित करती है?
उत्तर : हरिहर काका कहानी से समाज में मतलबी और धोखापन पहलुओं की ओर ध्यान आकर्षित करती है, हमें यह देखने को मिलता है, जीवन में रिश्ते नाते केवल पैसों पर ही आधारित होते है। व्यक्ति को कभी भी अपनी संपत्ति अपने जीते जी अपनी संतान के नाम नहीं करनी चाहिए ।
2 हरिहर काका के लिए जमीन का जंजाल कैसे बन गई? स्पष्ट करें।
उत्तर :हरिहर काका के लिए जमीन का जंजाल बन गयी थी, क्योंकि सब उनकी जमीन के पीछे पड़े थे | हरिहर काका की अपनी कोई संतान नहीं थी| काका को जब उनकी सच्चाई पता चली कि सब लोग उनकी जायदाद के पीछे पड़े हैं तो उन्हें उन सब लोगों की याद आई जिन्होंने अपने परिवार के मोह में आकर अपनी जमीन उनके नाम कर दी थी और अपने अंतिम दिन तक कष्ट भोगते रहे।
3 हरिहर काका पाठ के माध्यम से लेखक ने संयुक्त परिवारों के बारे में जो कुछ बताया है क्या आप लेखक से सहमत हैं ?अपने विचार लिखें ।
उत्तर :हरिहर काका पाठ के माध्यम से लेखक ने संयुक्त परिवारों के बारे में जो कुछ बताया है , वह सच है संपति के पीछे अपने-अपने ही दुश्मन बन कर रह जाते है| जमीन के पीछे लोग अपने खूनी रिश्तों को भूल जाते है और दुश्मन बन जाते है|
4 हरिहर काका वृद्धों के प्रति संवेदनहीन होते समाज की कहानी है ,सिद्ध करें।
उत्तर :हरिहर काका वृद्धों के प्रति संवेदनहीन होते समाज की कहानी नहीं है क्योंकि इस कहानी में मतलबी रिश्ते दिखाए गए है जो की एक जमीन-जायदाद पर आधारित है| जब तक मतलब निकल रहा है तब तक रिश्ते अच्छे है और जैसे मतलब खत्म साथ में रिश्ते भी खत्म है|
5 हरिहर काका की कहानी धर्मांधता और ठाकुरबारी के चरित्र को उजागर करती है, स्पष्ट कीजिए।
उत्तर : हरिहर काका की कहानी धर्मांधता और ठाकुरबारी के चरित्र को उजागर नहीं करती है क्योंकि इस कहानी में सभी लोग मतलबी थे | ठाकुरबारी के लोग अन्धविश्वासी थे|
6 हरिहर काका गूंगे पन का शिकार क्यों हो गए थे ?
उत्तर :हरिहर काका गूंगेपन का शिकार इसलिए क्योंकि जब उन्हें पता चला की उनके भाई ही उनके दुश्मन बन गए है और उनकी जायदाद हड़पना चाहते है और उन्हें मुझसे कोई लगाव नहीं है | दिन-प्रतिदिन उनके भाइयों का व्यवहार भी बहुत खराब हो रहा था| इस सोच के कारण हरिहर काका एकदम गूंगे पन का शिकार बन गए अब वह किसी से कुछ भी कहना नहीं चाहते थे।
7 "उम्र का फासला भी आत्मीय संबंधों के बीच बाधा नहीं बनता," कथावाचक और हरिहर काका के संदर्भ में स्पष्ट कीजिए।
उत्तर : कथावाचक और हरिहर के बीच मधुर, आत्मीय और गहरे संबंध है। इस संबंध के मुख्य कारण थे कथावाचक और हरिहर काका का पड़ोसी होना, बचपन में हरिहर काका का कथावाचक को खूब प्यार और दुलार देना था तथा बड़ा होने पर कथावाचक और हरिहर काका का आपस में मित्रता का संबंध स्थापित हो जाना। जिसके कारण हरिहर काका और कथावाचक आपस में खुलकर बातचीत करते थे।
8 हरिहर काका के परिवार वालों का बदलता व्यवहार आपको क्या सोचने पर मजबूर करता है ?
उत्तर : हरिहर काका के परिवार वालों का बदलता व्यवहार यह सोचने पर मजबूर करता है कि हमें किसी पर भी विश्वास नहीं करना चाहिए चाहे वह हमारे अपने सगे और या रिश्तेदार आज के समय में कोई किसी का नहीं सब मतलब देखते है|
9 कथा के अंत में हरिहर काका ने संपत्ति से संबंधित क्या निर्णय लिया ?
उत्तर : हरिहर काका को जब यह सच्च का पता चला कि सब लोग उनकी जायदाद के पीछे पड़े हैं तो उन्हें उन सब लोगों की याद आई कथा के अंत में हरिहर काका ने संपत्ति अपने परिवार के मोह में आकर उनके नाम कर दी थी |
10 संपत्ति के लिए अपने ही पराए बन जाते हैं, स्पष्ट करें।
उत्तर : यह वाक्य सत्य है , आज के समय में संपत्ति के लिए अपने ही पराए बन जाते हैं| आज के समय में रिश्तों से उपर पैसा ,जायदाद, संपत्ति मायने रखती है| सब अपना मतलब दिखाते है , जहाँ से उन्हें मतलब दिखाई दे रहा हो तब तक वह अपना बन कर रहते और जैसे ही मतलब खत्म हो जाता सब रिश्ते भी खत्म हो जाते है|
11 हरिहर काका कहानी मैं हरिहर काका की जमीन का क्या हुआ होगा ?आखिर में हरिहर काका को उस जमीन से संबंधित क्या निर्णय लेना चाहिए?
उत्तर : हरिहर काका कहानी में हरिहर काका की जमीन उन्होंने अपने भाइयों के नाम कर दी थी | आखिर में हरिहर काका को उस जमीन से संबंधित यह निर्णय लेना चाहिए था उन्हें अपनी संपत्ति किसी जरूरतमंद के नाम करनी चाहिए थी और अपने लालची भाइयों के नाम नहीं करनी चाहिए थी |
12 ठाकुरबारी के साधु संतों का कौन सा आचरण लेखक के मन में उनके प्रति घृणा उत्पन्न कर रहा था ?
उत्तर : ठाकुरबारी के साधु संतों का मतलबी और दिखावा करने का आचरण लेखक के मन में उनके प्रति घृणा उत्पन्न कर रहा था | ठाकुरबारी के साधु संत भी हरिहर काका की संपत्ति अपने नाम करवाना चाहते थे | ठाकुरबारी में महंत के लोगों ने काका के साथ गलत व्यवहार किया।
13 हरिहर काका की नजर में महंत कब घृणित और दुराचारी नजर आने लगा?
उत्तर : हरिहर काका की नजर में महंत कब घृणित और दुराचारी नजर आने जब ठाकुरबारी के साधु-संत और महंत के हरिहर काका को जबरदस्ती उठा कर ले गए और उनकी संपत्ति ठाकुरबारी के नाम करवाना चाहते थे, हरिहर काका ने ठाकुरबारी के नाम लिखने को तैयार नहीं थे। ठाकुरबारी में महंत के लोगों ने काका के साथ गलत व्यवहार किया।
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