Upsarg or uske bhedo ki paribhasha
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“उपसर्ग उस शब्दांश या अव्यय को कहते है, जो किसी शब्द के पहले आकर उसका विशेष अर्थ प्रकट करता है।”[1] तात्पर्य यह है की जो शब्दांश किसी शब्द के पूर्व (पहले) जुड़ते हैं, उन्हें उपसर्ग कहते हैं। उपसर्ग दो शब्दों- उप + सर्ग के योग से बना है। जिसमें 'उप' का अर्थ है- समीप, पास या निकट और 'सर्ग' का अर्थ है सृष्टि करना।
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उपसर्ग की परिभाषा – Upsarg Ki Paribhasha:
जो सार्थक शब्दों से पहले जुड़कर उनके अर्थ को बदल देते हैं या उनकी विशेषता प्रकट करते हैं उन्हें उपसर्ग कहते हैं |
उपसर्ग के भेद – Upsarg Ke Bhed:
1. संस्कृत उपसर्ग
2. हिन्दी उपसर्ग
3. फारसी उपसर्ग
यह भी पढ़े: अलंकार की परिभाषा, प्रकार, उदाहरण
1. संस्कृत उपसर्ग – Sanskrit Ke Upsarg:
उपसर्ग उदाहरण
प्र प्रगति, प्रारम्भिक, प्रबल, प्रसन्न सम
सम संस्था, सम्मान, संगति, संस्कार, सम्पूर्ण
अव अवगुण, अवनति, अवतरण
निर निर्बल, निर्जन, निर्धन, निर्माण |
दुस दुष्कर्म, दुष्चरित्र, दुस्साहस
दुर दुर्दशा, दुर्जन, दुर्गम
नि निवारण, नियुक्त, निधन
अधि अधिकर, अधिपति, अध्यक्ष
अति अत्युत्तम, अत्यन्त, अतिकाल, अत्याचार
सु सुडौल, सुअवसर, सुगम
उत उत्थान, उत्पन्न, उद्धार, उत्कर्ष, उन्मुक्त, उत्तम
अभि अभ्यास, अभिमुख, अभयागत, अभिमान
प्रति प्रत्यक्ष, प्रतिकूल, प्रत्येक |
परि परिजन, परिक्रमा, परिपूर्ण
उप उपकार, उपमान, उपमन्त्री, उपयोग
सु स्वच्छ, स्वागत, सुकर्म, सुकर
सत् सद्भावना, सत्पुरूष, सत्कर्म,
सत सद्गति, सज्जन, सत्संग
अधः अधोपतन, अधोगति, अधोमुखी, अधस्थल
अप अपमान , अपयश, अपहरण, अपराध, अपकर्ष
यह भी पढ़े: क्रिया किसे कहते हैं, भेद, उदाहरण
2. हिंदी के उपसर्ग – Hindi ke Upsarg :
उपसर्ग अर्थ उपसर्ग से बने शब्द
अन निषेध अर्थ में अनमोल, अलग, अनजान, अनकहा, अनदेखा इत्यादि।
अध् आधे अर्थ में अधजला, अधखिला, अधपका, अधकचरा, अधकच्चा, अधमरा इत्यादि।
उन एक कम उनतीस, उनचास, उनसठ, इत्यादि।
भर पूरा ,ठीक भरपेट, भरपूर, भरदिन इत्यादि।
दु बुरा, हीन, विशेष दुबला, दुर्जन, दुर्बल, दुकाल इत्यादि।
नि आभाव, विशेष निगोड़ा, निडर, निकम्मा इत्यादि।
अ अभाव, निषेध अछूता, अथाह, अटल
क बुरा, हीन कपूत, कचोट
कु बुरा कुचाल, कुचैला, कुचक्र
अव हीन, निषेध औगुन, औघर, औसर, औसान
भर पूरा भरपेट, भरपूर, भरसक, भरमार
सु अच्छा सुडौल, सुजान, सुघड़, सुफल
पर दूसरा, बाद का परलोक, परोपकार, परसर्ग, परहित
बिन बिना, निषेध बिनब्याहा, बिनबादल, बिनपाए, बिनजाने
जो सार्थक शब्दों से पहले जुड़कर उनके अर्थ को बदल देते हैं या उनकी विशेषता प्रकट करते हैं उन्हें उपसर्ग कहते हैं |
उपसर्ग के भेद – Upsarg Ke Bhed:
1. संस्कृत उपसर्ग
2. हिन्दी उपसर्ग
3. फारसी उपसर्ग
यह भी पढ़े: अलंकार की परिभाषा, प्रकार, उदाहरण
1. संस्कृत उपसर्ग – Sanskrit Ke Upsarg:
उपसर्ग उदाहरण
प्र प्रगति, प्रारम्भिक, प्रबल, प्रसन्न सम
सम संस्था, सम्मान, संगति, संस्कार, सम्पूर्ण
अव अवगुण, अवनति, अवतरण
निर निर्बल, निर्जन, निर्धन, निर्माण |
दुस दुष्कर्म, दुष्चरित्र, दुस्साहस
दुर दुर्दशा, दुर्जन, दुर्गम
नि निवारण, नियुक्त, निधन
अधि अधिकर, अधिपति, अध्यक्ष
अति अत्युत्तम, अत्यन्त, अतिकाल, अत्याचार
सु सुडौल, सुअवसर, सुगम
उत उत्थान, उत्पन्न, उद्धार, उत्कर्ष, उन्मुक्त, उत्तम
अभि अभ्यास, अभिमुख, अभयागत, अभिमान
प्रति प्रत्यक्ष, प्रतिकूल, प्रत्येक |
परि परिजन, परिक्रमा, परिपूर्ण
उप उपकार, उपमान, उपमन्त्री, उपयोग
सु स्वच्छ, स्वागत, सुकर्म, सुकर
सत् सद्भावना, सत्पुरूष, सत्कर्म,
सत सद्गति, सज्जन, सत्संग
अधः अधोपतन, अधोगति, अधोमुखी, अधस्थल
अप अपमान , अपयश, अपहरण, अपराध, अपकर्ष
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2. हिंदी के उपसर्ग – Hindi ke Upsarg :
उपसर्ग अर्थ उपसर्ग से बने शब्द
अन निषेध अर्थ में अनमोल, अलग, अनजान, अनकहा, अनदेखा इत्यादि।
अध् आधे अर्थ में अधजला, अधखिला, अधपका, अधकचरा, अधकच्चा, अधमरा इत्यादि।
उन एक कम उनतीस, उनचास, उनसठ, इत्यादि।
भर पूरा ,ठीक भरपेट, भरपूर, भरदिन इत्यादि।
दु बुरा, हीन, विशेष दुबला, दुर्जन, दुर्बल, दुकाल इत्यादि।
नि आभाव, विशेष निगोड़ा, निडर, निकम्मा इत्यादि।
अ अभाव, निषेध अछूता, अथाह, अटल
क बुरा, हीन कपूत, कचोट
कु बुरा कुचाल, कुचैला, कुचक्र
अव हीन, निषेध औगुन, औघर, औसर, औसान
भर पूरा भरपेट, भरपूर, भरसक, भरमार
सु अच्छा सुडौल, सुजान, सुघड़, सुफल
पर दूसरा, बाद का परलोक, परोपकार, परसर्ग, परहित
बिन बिना, निषेध बिनब्याहा, बिनबादल, बिनपाए, बिनजाने
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