उर्वारुकमिव बन्धनात् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात.
Urva
Mrits
ভন পণন নি নি “কুল তল কি, লিল, সন্দিল সন্ত্র
जो प्रकारका जीवन वितासंचार करने जा
न जमन का पालन या अपनी जीवन र का
। माना कि मन के बायी
का का निसप्रति जाग, जित
कमतर कलम सजाने के बाद जाम खल
मर के नल से बात की जाती है, इस प्रकार
मसार "बलम जाने के बान
जानन मूल्यू
कर निरस्कृत हो गई
और नाक परामल मन शान कर
ples and
whna काला समप्रमाय सना है।"
पर Anp
र का कर अति का बर भारत है।
withbest compliments/16mm
Affiliated withJKLDAKADED.
Meado111583sshana.ganderhatiNear omism Areat
NAARIANS
GANDERBAL CHEMISTS & DISTRIBUTORS
Answers
Answered by
7
Answer:
source videos loading you Mark me as brainliest
Similar questions