CBSE BOARD X, asked by rawatshivam7899, 3 months ago

उषा कविता का सार अपने शब्दों में लिखिए​

Answers

Answered by xXMrNikhilXx8928
32

Explanation:

प्रतिपाद्य- प्रस्तुत कविता 'उषा' में कवि शमशेर बहादुर सिंह ने सूर्योदय से ठीक पहले के पल-पल परिवर्तित होने वाली प्रकृति का शब्द-चित्र उकेरा है। ... सार- कवि कहता है कि सूर्योदय से पहले आकाश का रंग गहरे नीले रंग का होता है तथा वह सफेद शंख-सा दिखाई देता है। आकाश का रंग ऐसा लगता है मानो किसी गृहिणी ने राख से चौका लीप दिया हो।

Answered by 12020
4

Explanation:

प्रतिपाद्य- प्रस्तुत कविता 'उषा' में कवि शमशेर बहादुर सिंह ने सूर्योदय से ठीक पहले के पल-पल परिवर्तित होने वाली प्रकृति का शब्द-चित्र उकेरा है। ... सार- कवि कहता है कि सूर्योदय से पहले आकाश का रंग गहरे नीले रंग का होता है तथा वह सफेद शंख-सा दिखाई देता है। आकाश का रंग ऐसा लगता है मानो किसी गृहिणी ने राख से चौका लीप दिया हो।

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