Geography, asked by rajbharlalji4577, 5 months ago

उष्णकटिबंधीय वर्षा वन और उष्णकटिबंधीय पर्णपाती वन में अंतर स्पष्ट किजीए ।​

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Answered by ranurai58
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Answer:

उष्णकटिबंधीय पर्णपाती वन

विशेषता- 70सेमी से 200 सेमी तक वर्षा वाले स्थानो पर प्राप्ति

इनको दो भागो मे विभाजित किया गया है|

(1) आर्द्र पर्णपाती वन (2) शुष्क पर्णपाती वन

आर्द्र पर्णपाती वन

विशेषता- ये 100 से 200 सेमी वर्षा वाले स्थानो पर पाये जाते है|

स्थान प्राप्ति - ये पश्चिमी घाट के पूर्वी ढाल , ओडिशा,हिमालय के गिरिपाद , उत्तर पूर्वी राज्यो मे पाये जाते है|

उदाहरण- सागवान,शीशम,साल,हुर्रा, महुआ,आंवला,सेमल,कुसुम और चन्दन|

शुष्क पर्णपाती वन

विशेषता - ये 70 से 100 सेमी वर्षा वाले स्थानो मे पाये जाते है|

प्राप्ति स्थान- प्रायद्वीप उत्तर प्रदेश, बिहार|

उदाहरण- तेंदू, पलाश,अमलतास,बेर,खैर, एक्सलबुड़,चन्दन, आम, मछुआ आदि

ये वन केवल 52 लाख हेक्टेयर मे पाये जाते है|

उष्णकटिबंधीय वर्षावन

जिन क्षेत्रों में तापमान अधिक पाया जाता है और वार्षिक वर्षा200 सेमी० से अधिक होती है, उन क्षेत्रों में उष्णकटिबंधीय वन पाये जाते हैं|

वर्षा वनों में वर्ष के अधिकांश दिनों में वर्षा होती है, परिणामस्वरूप वृक्ष अपने पत्तियों को नहीं गिराते हैं, जिससे वन हरे-भरे होते हैं| वर्षभर हरे-भरे होने के कारण वर्षा वन को सदाबहार वन कहते हैं |

सदाबहार वनों के वृक्षों की विशेषता है कि यहाँ के वृक्ष लम्बेहोते हैं | आबनूस, एबोनी, महोगनी, रोजवुड, नारियल, ताड़, बाँस, रबर और सिनकोना उष्णकटिबंधीय वर्षा वनों केप्रमुख वृक्ष हैं |

भारत का सर्वाधिक रबर उत्पादक राज्य केरल है |

भारत का रबर उत्पादन में विश्व में चौथा स्थान है |

विश्व में पहला रबर उत्पादक देश थाईलैंड है |

उत्तरी सह्याद्रि में वर्षा वनों को सोला नामसे जानते हैं |

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