Chemistry, asked by amimonirawat, 10 months ago

उत्कृष्ट गैस के परमाणु आकार बड़े होते हैं क्यों​

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Answered by shishir303
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उत्कृष्ट गैसों के प्रथम आयनन विभव उच्च होते हैं क्योंकि उत्कृष्ट गैसों के पूर्ण उपकोश तथा अष्टक पूरे भरे होते हैं। बाहरी कोश पूरा भरा होने के कारण उत्कृष्ट गैसों का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास सबसे अधिक स्थायी होता है। इसलिये इन गैसों के बाहरी कोश से इलेक्ट्रॉन निकालने के लिये अधिक ऊर्जा की आवश्यकता होती हैं। इसी कारण उत्कृष्ट गैसों के परमाणु बड़े आकार के होते हैं।

व्याख्या :

उत्कृष्ट गैस (Noble Gas) से तात्पर्य उन गैसों से होता है, जो रसायनिक अभिक्रिया में भाग नहीं लेती हैं और हमेशा मुक्त अवस्था में पाई जाती हैं। पहले इन गैसों को अक्रिय गैस भी कहा जाता था, क्योंकि यह रसायनिक अभिक्रिया में भाग नहीं लेती थीं। लेकिन अब इन्हें उत्कृष्ट गैस (Noble Gas) कहा जाता है, क्योंकि यह गैसें पूर्णता अक्रिय नहीं है और इन गैसों के अनेक उत्कृष्ट यौगिकों भी पता चला है। हीलियम, ऑर्गन, नियॉन, क्रिप्टॉन, जीनॉन आदि उत्कृष्ट गैसों के उदाहरण हैं। यह उत्कृष्ट गैसे रंगहीन, गंधहीन, स्वादहीन होती हैं।

हीलियम गैस एक उत्कृष्ट गैस है और यह गैस गुब्बारों और वायुयानो में भरी जाती है। पानी में गोता लगाते समय सिलेंडर में जो गैस भरी जाती है, उसमें भी वायु के स्थान पर हीलियम और ऑक्सीजन का मिश्रण प्रयोग में लाया जाता है।

#SPJ3

Answered by roopa2000
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Answer:

उत्कृष्ट गैसों के प्रथम आयनन विभव उच्च होते हैं क्योंकि उत्कृष्ट गैसों के पूर्ण उपकोश तथा अष्टक पूरे भरे होते हैं। बाहरी कोश पूरा भरा होने के कारण उत्कृष्ट गैसों का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास सबसे अधिक स्थायी होता है। इसलिये इन गैसों के बाहरी कोश से इलेक्ट्रॉन निकालने के लिये अधिक ऊर्जा की आवश्यकता होती हैं। इसी कारण उत्कृष्ट गैसों के परमाणु बड़े आकार के होते हैं।

Explanation:

उत्कृष्ट गैस (Noble Gas) से तात्पर्य उन गैसों से होता है, जो रसायनिक अभिक्रिया में भाग नहीं लेती हैं और हमेशा मुक्त अवस्था में पाई जाती हैं। पहले इन गैसों को अक्रिय गैस भी कहा जाता था, क्योंकि यह रसायनिक अभिक्रिया में भाग नहीं लेती थीं। लेकिन अब इन्हें उत्कृष्ट गैस (Noble Gas) कहा जाता है, क्योंकि यह गैसें पूर्णता अक्रिय नहीं है और इन गैसों के अनेक उत्कृष्ट यौगिकों भी पता चला है। हीलियम, ऑर्गन, नियॉन, क्रिप्टॉन, जीनॉन आदि उत्कृष्ट गैसों के उदाहरण हैं। यह उत्कृष्ट गैसे रंगहीन, गंधहीन, स्वादहीन होती हैं।

हीलियम गैस एक उत्कृष्ट गैस है और यह गैस गुब्बारों और वायुयानो में भरी जाती है। पानी में गोता लगाते समय सिलेंडर में जो गैस भरी जाती है, उसमें भी वायु के स्थान पर हीलियम और ऑक्सीजन का मिश्रण प्रयोग में लाया जाता है।

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