उत्तर-
1) प्रेम का अनुशासन मानने को हाड़ा-वंश सदा तैयार है, शक्ति का नहीं। मेवाड़ के महाराणा को यदि
अपने ही जाति-भाइयों पर अपनी तलवार आज़माने की इच्छा हुई है, तो उससे उन्हें कोई नहीं रोक
सकता है।
से कहा
(
(क) उपर्युक्त कथन किसने, किससे, कब और क्यों कहा?
उत्तर- मनायासिंटने शवष्टेमू से महाराणा गया की अधीनता
स्वीकार करने कीटा
(ख) 'प्रेम के अनुशासन' का संदर्भ स्पष्ट कीजिए।
उत्तर-
शत्रने जप्पय सिंह से कटा किो महाराणा लाखा की
ज्योनता स्वीकार नही है अर्थात स्वतंत्र रहकर
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Answer: प्रेम का अनुशासन मानने को हाड़ा-वंश सदा तैयार है, शक्ति का नहीं। मेवाड़ के महाराणा को यदि अपने ही जाति भाइयों पर अपनी तलवार आजमाने की इच्छा हुई है, तो उससे उन्हें कोई नहीं रोक सकता है। बूंदी स्वतन्त्र राज्य है और स्वतन्त्र रहकर वह महाराणाओं का आदर करता रह सकता है। अधीन होकर किसी की सेवा करना वह पसन्द नहीं करता।
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