उत्तर दीजिए ( लगभग 100-150 शब्दों में ) क्या आरंभिक राज्यों में शासक निश्चित रूप से क्षत्रिय ही होते थे? चर्चा कीजिए।
Answers
नहीं, आरंभिक राज्यों में शासक निश्चित रूप से क्षत्रिय नहीं होते थे।
धर्मशास्त्र के अनुसार, केवल क्षत्रियों को ही राजा माना जाता था। लेकिन यह भी ध्यान दिया जाना चाहिए कि कई महत्वपूर्ण सत्तारूढ़ वंशों की उत्पत्ति अन्य वर्णों से भी हुई थी।
मौर्य कई लोगों द्वारा क्षत्रिय माने जाते थे। कुछ ब्राह्मण ग्रंथों में मौर्यों को निम्न मूल का बताया गया है। शुंग और कण्व जो मौर्यों के तत्काल उत्तराधिकारी थे ब्राह्मण थे। वास्तव में, समाज के उन वर्गों ने राजनीतिक शक्ति को नियंत्रित किया जो समर्थन और संसाधनों का आनंद लेते थे। यह क्षत्रिय के रूप में जन्म लेने के प्रश्न पर निर्भर नहीं करता था।
मध्य एशिया से आने वाले शक को ब्राह्मणों ने उन्हें म्लेच्छ, बर्बर मानते थे। इसी प्रकार, सातवाहन वंश के सबसे प्रसिद्ध शासक, गोतमी-पुत्र सतकर्णी, क्षत्रियों के गौरव के विनाशक बन गए। उसने यह भी दावा किया था कि उसने 4 वर्णें के बीच आपसी विवाह संबंधों पर रोक लगाई है परंतु फिर भी उसने स्वयं रूद्रदमन के परिवार से से विवाह संबंध स्थापित किए।
उदाहरण से स्पष्ट है कि आरंभिक राज्य में शासक के लिए जन्म पर क्षत्रिय होना अनिवार्य नहीं था।
आशा है कि यह उत्तर आपकी अवश्य मदद करेगा।।।।
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Explanation:
नहीं, आरंभिक राज्यों में शासक निश्चित रूप से क्षत्रिय नहीं होते थे।
- धर्मशास्त्र के अनुसार, केवल क्षत्रियों को ही राजा माना जाता था।
- लेकिन यह भी ध्यान दिया जाना चाहिए कि कई महत्वपूर्ण सत्तारूढ़ वंशों की उत्पत्ति अन्य वर्णों से भी हुई थी।
- मौर्य कई लोगों द्वारा क्षत्रिय माने जाते थे।