उत्तर दीजिए ( लगभग 100 से 150 शब्दों में) उन साक्ष्यों के बारे में चर्चा कीजिए जिनसे पता चलता है कि विद्रोही योजनाबद्ध और समन्वित ढंग से काम कर रहे थे?
Answers
विद्रोही योजनाबद्ध और समन्वित ढंग से काम कर रहे थे इस तथ्य के संदर्भ में निम्नलिखित साक्ष्य प्रस्तुत किए जा सकते हैं -
- विभिन्न छावनियों के सिपाहियों में आपसी संबंध तथा संचार बना हुआ था।
- सिपाही तथा उनके संदेशवाहक एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाकर विद्रोह के स्वरूप को सबके सामने रखते तथा बगावत में शामिल होने की बात कर रहे थे।
- कुछ इतिहासकार सिपाहियों द्वारा पंचायतों में सामूहिक निर्णय लेने के उदाहरण में प्रस्तुत करते हैं। उदाहरण के लिए कानपुर सिपाही लाइनों में रात्रि में पंचायतें जुटा करती थी।
- विद्रोहियों द्वारा जारी की गई घोषणाओं से स्पष्ट होता है कि विद्रोही योजनाबद्ध एवं समन्वित ढंग से काम कर रहे थे ।
आशा है कि यह उत्तर आपकी अवश्य मदद करेगा।।।।
इस पाठ (विद्रोही और राज ) के सभी प्रश्न उत्तर :
https://brainly.in/question/15463603#
इस पाठ से संबंधित कुछ और प्रश्न :
उत्तर दीजिए ( लगभग 100 से 150 शब्दों में) बहुत सारे स्थानों पर विद्रोही सिपाहियों ने नेतृत्व सँभालने के लिए पुराने शासकों से क्या आग्रह किया?
https://brainly.in/question/15463640#
उत्तर दीजिए ( लगभग 100 से 150 शब्दों में) 1857 के घटनाक्रम को निर्धारित करने में धार्मिक विश्वास की किस हद तक भूमिका थी?
https://brainly.in/question/15463696#
Explanation:
1857 के सैनिक विद्रोह से संबंधित जो भी साक्ष्य उपलब्ध हैं. उनके आधार पर पता चलता है कि सैनिक विद्रोही एक योजनाबद्ध एवं समन्वित तरीके से काम कर रहे थे। अलग-अलग स्थानों पर होने वाले विद्रोह के प्रारूपों से में समानता होने के कारण यह पता चलता था कि विद्रोह एक योजनाबद्ध तरीके से किया जा रहा है। जैसे कि सभी छावनियों में सिपाहियों द्वारा चर्बी वाले कारतूसों के विरुद्ध विद्रोह करना तथा मेरठ पर अधिकार करने के बाद विद्रोही सिपाहियों का तुरंत दिल्ली की ओर कूच कर देना और मुगल बादशाह बहादुर शाह जफर द्वितीय से नेतृत्व संभालने का आग्रह करना आदि।
- प्राप्त साक्ष्यों से सिद्ध होता है कि विद्रोहियों की कार्यपद्धती योजना और समन्वित थी। ज्यों-ज्यों सैनिक विद्रोह फैलता जा रहा था, हर जगह पर विद्रोह का घटनाक्रम लगभग एक जैसा ही था। इसका कारण भी सैनिकों में आपस में समन्वय था क्योंकि छावनियों के सिपाहियों के बीच अच्छा संचार संबंध स्थापित हो गया था।
- हालांकि जो भी साक्ष्य उपलब्ध हैं उनके आधार पर यह कहना कठिन है कि विद्रोह की योजनाओं को किस तरह बनाया गया और इन को लागू करने वाले लोग कौन थेय़ लेकिन जो भी साक्ष्य उपलब्ध हैं उनके आधार पर यह निश्चित रूप से कहा जा सकता है कि सैनिकों का विद्रोह एक सुनियोजित तरीके से था।