उत्तर दीजिए (लगभग 100 से 150 शब्दों में) वे कौन से मुद्दे थे जिन्होंने भारतीय उपमहाद्वीप से बाहर क्षेत्रों के प्रति मुग़ल नीतियों व विचारों को आकार प्रदान किया?
Answers
भारतीय उपमहाद्वीप से बाहर क्षेत्रों के प्रति मुग़ल नीतियों व विचारों को आकार प्रदान करने वाले मुद्दे निम्नलिखित है :
सामरिक महत्व की चौकियों पर नियंत्रण :
मुगल राजाओं द्वारा ईरान एवं तूरान के पड़ोसी देशों के बीच राजनीतिक संबंध हिंदूकुश पर्वतों द्वारा निर्धारित सीमाओं के नियंत्रण पर निर्भर करते थे। भारतीय उपमहाद्वीप में आने की इच्छा रखने वाले सभी विजेताओं को उत्तरी भारत तक पहुंचने के लिए हिंदूकुश पर्वत को पार करना पड़ता था। अतः मुगलों को सदा यह नीति रही कि इस संभावित खतरे से बचाव के लिए सामरिक महत्व की चौकियों विशेषकर काबुल तथा कंधार पर नियंत्रण रखा जाए।
ऑटोमन साम्राज्य ,तीर्थयात्रा और व्यापार :
ऑटोमन साम्राज्य के साथ मुगलों के संबंधों का उद्देश्य ऑटोमन नियंत्रण वाले क्षेत्रों में व्यापारियों तथा तीर्थ यात्रियों के स्वतंत्र आवागमन को निर्बाध बनाए रखना था। यह हिजाज अर्थात ऑटोमन अरब के उस भाग के लिए विशेष रूप से सत्य था, जहां मक्का और मदीना के महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल स्थित थे।
मुगल दरबार के जेसुइट धर्म प्रचारक :
यूरोप को भारत के बारे में जानकारी जेसुइट धर्म प्रचारकों, यात्रियों ,व्यापारियों आदि के विवरणों से हुई। मुगल दरबार के यूरोपीय विवरणों में जेसुइट वृत्तांत सबसे पुराने हैं। 15वीं शताब्दी के अंत में पुर्तगाली व्यापारियों ने देश के तटीय नगरों में व्यापारिक केंद्रों का जाल स्थापित किया।
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