उद्यमी नर" कविता का उद्देश्य स्पष्ट कीजिए।
pls help me fast
Answers
Answered by
0
उद्यमी नर कविता में स्वर्ग से तात्पर्य ऐसे स्थान से है जहाँ सभी को समान रूप से अपने परिश्रम का फल मिलता है, जहाँ हर तरह की सुख-सुविधाएँ हों। जहाँ मानव शांतिपूर्वक जीवन यापन करे। धरती को स्वर्ग मानव अपनी मेहनत द्वारा बना सकता है।
Similar questions