India Languages, asked by Nabilrahman9752, 10 months ago

उद्यमस्य महत्वं वर्णयत् पंच श्लोकान् लिखत। help please have to submit hhw tomorrow last question left.​

Answers

Answered by eshwaripatil
7

Answer:

उद्यमेन हि सिध्यन्ति कार्याणि न मनोरथैः ।

न हि सुप्तस्य सिंहस्य प्रविशन्ति मुखे मृगाः ॥

Explanation:

कोई भी काम कड़ी मेहनत से ही पूरा होता है सिर्फ सोचने भर से नहीं| कभी भी सोते हुए शेर के मुंह में हिरण खुद नहीं आ जाता|

Similar questions