ऊर्जा के किंही चार अनवीनीकरण स्रोतो के नाम लिखिए प्रत्येक से होने वाले एक लाभ लिखिए
Answers
Answer:
सौर कुकर आप अनवीकरणीय या समाप्त हो जाने वाले ऊर्जा स्रोतों के बारे में पहले से ही जानते हैं। हम सभी अधिकतर अपनी दैनिक आवश्यकताओं की पूर्ति के लिये अनवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों जैसे कोयला, तेल एवं प्राकृतिक गैस आदि पर काफी ज्यादा निर्भर रहते हैं। लेकिन हम यह भी जानते हैं कि ये संसाधन प्रकृति में सीमित हैं और एक दिन ऐसा अवश्य आएगा जब ये हमेशा के लिये लुप्त हो जाएँगे। इससे पहले कि इनकी कीमतें काफी बढ़ जाएँ और यह हमारे पर्यावरण को भी नुकसान पहुचाएँ, देर सबेर हमें वैकल्पिक ऊर्जा स्रोतों के उपयोग के बारे में सोचना ही होगा जो नवीकरणीय हैं और कभी खत्म न होने वाले हैं।
बढ़ती आबादी और हमारी जीवनशैली में आए बदलाव के कारण ऊर्जा स्रोतों की मांग काफी बढ़ गई है। इस बढ़ती माँग के कारण अनवीकरणीय परंपरागत ऊर्जा स्रोतों पर बहुत दबाव बढ़ा है और इससे हमारे लिये यह आवश्यक हो गया है कि हम वैकल्पिक ऊर्जा स्रोतों को खोजने की कोशिश करें। सूर्य और पवन जैसे स्रोत तो कभी खत्म ना होने वाले स्रोत हैं अतः इन्हें नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत कहा जाता है; ये किसी भी प्रकार की विषैली गैसों का उत्सर्जन नहीं करते हैं तथा ये स्थानीय स्तर पर उपलब्ध होते हैं। इस प्रकार के ऊर्जा स्रोत प्रचुर मात्र में उपलब्ध हैं और ये साफ सुथरी ऊर्जा का व्यापक स्रोत होते हैं। इस पाठ में आप इसी प्रकार के नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों के बारे में पढ़ेंगे।
उद्देश्य
इस पाठ के अध्ययन के समापन के पश्चात आपः
i. नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों को परिभाषित कर सकेंगे;
ii. नवीकरणीय एवं अनवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों के बीच अंतर स्पष्ट कर पाएँगे;
iii. विभिन्न प्रकार के नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों को सूचीबद्ध कर सकेंगे;
iv. सौर ऊर्जा की महत्ता का वर्णन कर सकेंगे;
v. सौर कुकर, सौर हीटर एवं सौर बैटरी किस प्रकार कार्य करती है का वर्णन कर पाएँगे;
vi. जल ऊर्जा एवं पवन ऊर्जा का उपयोग किस प्रकार किया जाता है, उसके तरीके बता पाएँगे।
29.1 प्राकृतिक संसाधनों की परिभाषा
मनुष्य ऊर्जा के कुछ स्रोतों का उपयोग विभिन्न उद्देश्यों के लिये जैसे- खाना पकाना, गर्म करने, खेत जोतने, यातायात, प्रकाश करने के लिये हमेशा से करता आया है। आरम्भ में वे लकड़ी जलाते थे तथा बाद में केरोसीन, कोयला या उसके बाद के दिनों में बिजली का प्रयोग करने लगे हैं। मनुष्य ने पशुशक्ति (घोड़ा, बैल, ऊंट, याक आदि) को यातायात एवं छोटी-छोटी यांत्रिक उपकरणों जैसे पर्शियन व्हील को सिंचाई के लिये या फिर तेलीय बीजों से तेल निकालने वाले ‘‘कोल्हू’’ चलाने के लिये करते हैं। बीती शताब्दी के दौरान, तापीय संयंत्रों (कोयले का प्रयोग करने वाले) या हाइड्रोइलैक्ट्रिक संयंत्र जल धारा का प्रयोग करके बिजली उत्पादन की है।
हम ऊर्जा स्रोतों को उनकी उपलब्धता के आधार पर इस तरह विभाजित कर सकते हैं:
(क) परम्परागत ऊर्जा स्रोत ये आसानी से उपलब्ध होते हैं एवं एक लंबे समय से प्रयोग में लाए जाते रहे हैं।
(ख) गैर परम्परागत ऊर्जा स्रोत ये सामान्य रूप से व्यवहार में लाए जाने वाले ऊर्जा स्रोतों के अतिरिक्त स्रोत हैं।
ऊर्जा के स्रोत
परम्परागत
गैर-पारम्परिक
परम्परागत अनवीकरणीय ऊर्जा
परम्परागत नवीकरणीय ऊर्जा
1. सौर ऊर्जा
2. जलीय ऊर्जा
3. पवन ऊर्जा
4. नाभिकीय ऊर्जा
5. हाइड्रोजन ऊर्जा
6. भूतापीय ऊर्जा
7. जैव ऊर्जा
8. ज्वारीय ऊर्जा
9. जैव ईंधन
अधिकांश जीवाश्म ईंधन भूमि के भीतर पाए जाते हैं।
कोयला, तेल, प्राकृतिक गैस इसके उदाहरण हैं।
भूमि के ऊपर जीवाश्मीय ईंधन के रूप में पाए जाते हैं।
लकड़ी, गोबर, कृषि, वनस्पति अपशिष्टों, लकड़ी का चारकोल आदि इसके उदाहरण हैं।
अधिकांश नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से सूर्य या सौर ऊर्जा से जुड़े होते हैं। नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत या गैर परंपरागत ऊर्जा स्रोतों में सूर्य का प्रकाश, पवन, जल एवं बायोमास (जलावन की लकड़ी, पशु अपशिष्ट, फसलों के अवशेष, कृषि अपशिष्ट, शहरों एवं नगरों का जैविक कचरा शामिल है)। सूर्य से मिलने वाली ऊर्जा सौर ऊर्जा (Solar energy) कहलाती है, पानी से पैदा की गई ऊर्जा को जल ऊर्जा (Hydel energy) कहते हैं एवं भूमिगत गर्म, सूखे पत्थरों, मैग्ना, गर्मपानी के झरनों या प्राकृतिक गीजर से उत्पन्न ऊर्जा को भूतापीय ऊर्जा (Geotharmal energy) कहा जाता है। ज्वारीय ऊर्जा (Tidal energy) समुद्र एवं महासागरों की लहरों एवं ज्वार भाटा से प्राप्त की जाती है।
पाठगत प्रश्न 29.1
1. आप सूर्य को एकमात्र सबसे महत्त्वपूर्ण प्राकृतिक ऊर्जा स्रोत मानते हैं? क्यों?
2. परम्परागत एवं गैर-परम्परागत ऊर्जा स्रोतों के तीन उदाहरण दीजिये।
3. परम्परागत एवं गैर-परम्परागत ऊर्जा स्रोतों में एक अंतर स्पष्ट कीजिए।
4. अनवीकरणीय एवं नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों में अंतर बताइये।
Answer:
(◍•ᴗ•◍) hallo
are you happy