ऊष्मीय एवं प्रकाश रासायनिक अभिक्रिया में अंतर
Answers
Answered by
2
उष्मीय अभिक्रिया:
- इनमें अणुओं की टक्करों से मुक्त हुई ऊर्जा से अणु सक्रीय होते है।
- इनमें मुक्त ऊर्जा में कमी हो जाती है।
- उष्मीय अभिक्रिया में अभिकारक अणु का संक्रियण वर्णात्मक नहीं होता है।
- उष्मीय उर्जा से अधिक संख्या में अणुओं के उत्तेजित हो जाने से तंत्र का ताप अधिक बढ़ जाता है।
- इनका वेग अभिक्रिया मिश्रण के ताप पर निर्भर करता है।
प्रकाशीय अभिक्रिया:
- इनमें पराबैंगनी या दृश्य क्षेत्र के फोटोन के अवशोषण से अभिकारक अणु का संक्रियण।
- इनमे फोटोन की कुछ उर्जा उत्पाद की ऊर्जा में जुड़ जाती है , जिससे मुक्त ऊर्जा के मान में वृद्धि हो जाती है। यद्दपि प्रकाश श्रोत हटाने पर मुक्त ऊर्जा का मान धीरे धीरे कम हो जाता है।
- इनमें अभिकारक अणु का संक्रियण वर्णात्मक होता है।
- प्रकाश ऊर्जा से अभिकारक अणुओं के कम संख्या में उत्तेजित होने से ये सामान्य ताप पर ही संपन्न हो जाती है।
- इनका वेग अभिक्रिया मिश्रण के ताप पर निर्भर नहीं करता परन्तु प्रकाश की तीव्रता पर निर्भर करता है।
━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━
‣हम आशा करते हैं कि आपको इस उत्तर से मदद मिली होगी।
Similar questions