(v) बालक: कां श्रावयितुं तत्परः अभवत्?
No messing up only right answer ok
Answers
Answered by
5
Answer:
हिन्दी अनुवाद:
यह बालक ध्रुव है। इसके पिता महाराज उत्तानपाद थे। उसकी पत्नी सुनीति रूपवती, गुणवती और पतिव्रता नारी थी। सब सुखों से सम्पन्न होकर भी राजा सन्तानहीन होने से चिन्तातुर थे। बुद्धिमती सुनीति ने उससे दूसरा विवाह करने के लिए कहा। उसके विशेष आग्रह पर राजा ने दूसरा विवाह सुरुचि के साथ किया। सुरुचि रूपवती परन्तु कुटिल हृदय वाली थी। विवाह के बाद उसका एक पुत्र हुआ। राज़ी ने ‘उत्तम’ ऐसा उसका नाम रखा। कालातंर में सुनीति ने भी एक पुत्र को जन्म दिया। इसका नाम ध्रुव था।
Similar questions