विचरति आकाशे न तु वायुयानम्,
मांसभोजी न च मृगाधिराजः ।
दूरद्रष्टा न च योगिराजः
कथय कः एषः अति तीव्रगामी।।
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संस्कृत की इस पहेली का हिंदी में अर्थ इस प्रकार होगा...
विचरति आकाशे न तु वायुयानम्,
मांसभोजी न च मृगाधिराजः ।
दूरद्रष्टा न च योगिराजः
कथय कः एषः अति तीव्रगामी।।
अर्थ ► आकाश में विचरण करने वाला है, लेकिन वायुयान यानि हवाई जहाज नहीं है। माँस का भक्षण करने वाला यानी माँस खाने वाला है, लेकिन पशुओं का राजा यानि सिंह नहीं है। दूर द्रष्टा यानी दूर तक देखने वाला है, लेकिन योगीराज यानी योगियों का राजा नहीं है। इस अति तेज गति से चलने वाले का नाम बताओ।
इस संस्कृत पहेली का संस्कृत में उत्तर होगा...
श्यैनः
इस पहेली का हिंदी में उत्तर होगा...
बाज
बाज एक बेहद आक्रामक पक्षी है, जिसकी नजर बहुत तेज होती है, वो बहुत दूर तक देख सकता है, माँस को खाता है, और उसे पक्षियों का राजा भी कहा जाता है।
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